आनी
चमन शर्मा
आनी की खेगसु की मण्डी सेब के लिए जानी जाती हैं और सेब सीजन शुरू होते ही जिले की मंडियो में सेब की पेटियों पर बोली लगने का सिलसिला तेज हो गया है. आनी उपमंडल के खेगसु सेब मंडी में अधिक सेब पहुंचने के कारण रेट में गिरावट देखने को मिल रही है.तथा आढतियों की रूमाल के निचें बेचने का सिलसिला अभी भी नहीं रूक रहां हैं जिससे किसानों को नुकसान सेहना पड रहा हैं वहीं प्रदेश में सेब सीजन शुरू हो गया है. मंडियों में सेब की पेटियां पहुंचने का सिलसिला चल पड़ा है. शिमला जिला के कई इलाकों में सेब सीजन जोरो पर है. आनी उपमंडल के खेगसु सेब मंडी में रॉयल की पेटी का मूल्य 2 हजार से 1500 रुपये तक मिल रहा है.
खेगसु मंडी में अधिक सेब आने की वजह से मूल्यों में 2 से 3 रुपये तक की गिरावट दर्ज की गई है. मंडी में प्रतिदिन आनी ,निरमंड, रामपुर व कुमारसेन क्षेत्र से हर दिन सेब की पेटियां पहुंच रही है जानकारी के अनुसार तीन जुलाई से अभी तक खेगसु मंडी में 2 लाख के करीब सेब की पेटियां पहुंच चुकी है. खेगसु मंडी आढ़ती यूनियन के प्रधान ज्ञान ठाकुर ने बताया कि प्रदेश समेत यूपी, कलकत्ता, मुंबई, बेंगलुरू से भी आढती यहां बागवानों से सेब खरीद रहे हैं.बागवानों की माने तो खेगसु मंडी में हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड द्वारा बागवानों से सेब लेने वाले आढ़तियों पर सुरक्षा व देखरेख करने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं.पुलिस व बोर्ड का कोई भी अधिकारी व कर्मचारी खेगसु मंडी में मौजूद नहीं हैं. ऐसे में यदि बागवानों के साथ धोखाधड़ी होने का खतरा बना रहता है.बता दें कि हाल ही में खेगसु मंडी में सेब के रेट को लेकर हेराफेरी का मामला सामने आया था. इस घटना के बावजूद अभी तक सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं की गई है ।
लाखों सेब की पेटियां, बागवानों नें उठाए सुरक्षा प्रबंध पर सवाल
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