आवाज़ जनादेश शिमला: हिमाचल सरकार के शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि राज्य में इस समय 5,718 प्राइमरी और मिडल स्कूल ऐसे हैं, जहां पर शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्यार्थियों की संख्या 20 से कम है। इनमें 4,754 प्राइमरी व 964 मिडल स्कूलों ऐसे हैं, जहां पर 20 से कम बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इसके तहत शिमला जिला में सबसे अधिक 1,235 और ऊना में सबसे कम 116 प्राइमरी व मिडल स्कूलों में छात्रों की संख्या 20 से कम है। उन्होंने विधायक रमेश चंद धवाला की तरफ से विधानसभा मानसून सत्र के पहले दिन सदन में पूछे गए प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
इन जिलों के इतने स्कूलों में कम है छात्रों की संख्या
उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिला में 286 प्राइमरी व 46 मिडल, चम्बा में 423 प्राइमरी व 58 मिडल, हमीरपुर में 213 प्राइमरी व 81 मिडल, कांगड़ा में 847 प्राइमरी व 183 मिडल, किन्नौर में 110 प्राइमरी व 20 मिडल, कुल्लू में 266 प्राइमरी व 39 मिडल, लाहौल-स्पीति में 181 प्राइमरी व 34 मिडल, मंडी में 651 प्राइमरी व 108 मिडल, शिमला में 988 प्राइमरी व 245 मिडल, सिरमौर में 385 प्राइमरी व 71 मिडल, सोलन में 304 प्राइमरी व 63 मिडल तथा ऊना जिला में 100 प्राइमरी व 16 मिडल स्कूलों में बच्चों की संख्या 20 से कम है।
5 से 10 बच्चों की संख्या को लेकर लोगों से मांगे सुझाव
शिक्षा मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि सरकार ने 5 से 10 बच्चों की संख्या वाले प्राइमरी एवं मिडल स्कूलों को बंद करने या इनके विलय करने को लेकर लोगों से सुझाव मांगे हैं। कई स्थानों पर ये सुझाव प्राप्त हो गए हैं जबकि कई जगह सुझाव मिलने की प्रतीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि शून्य नामांकन वाले प्राइमरी एवं मिडल स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों को आई.टी.ई./पी.टी.आर. मानकों के अनुसार नजदीक के स्कूलों में समायोजित करने के अलावा स्थानांतरित किया गया है।
4751.24 करोड़ प्रोजैक्ट को फंडिंग करेगा ए.डी.बी. : महेंद्र
सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने विधायक बलवीर सिंह की तरफ से पूछे गए प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि वर्षा जल संग्रहण को लेकर 4751.24 करोड़ रुपए के प्रोजैक्ट को वित्त मंत्रालय के आॢथक मामलों के विभाग की तरफ से ए.डी.बी. के माध्यम से वित्त पोषण को संस्तुति की गई है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में वर्षा जल संग्रहण और सॉयल एंड वाटर कंजरवेशन स्ट्रक्चर बनाए जाने प्रस्तावित हैं।