आवाज़ जनादेश /धर्मशाला, 5 अगस्त :
वन, परिवहन व युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने रविवार को कांगड़ा के तियारा में आयोजित जनमंच कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जनमंच के माध्यम से प्रदेश सरकार ने लोगों के घरद्वार पर उनकी समस्याओं के तुरंत समाधान की व्यवस्था की है। सरकार समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक विकास योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए प्रभावी कदम उठा रही है। उन्होंने लोगों से मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर द्वारा आरंभ किए गए इस अभिनव कार्यक्रम का पूरा लाभ उठाने का आग्रह किया।
इससे पहले, गोविंद सिंह ठाकुर ने प्रातः 11 बजे कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र के तियारा में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के परिसर में कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में कांगड़ा ब्लॉक व रैत ब्लॉक की कुल 10 पंचायतों के लोगों की समस्याओं का निदान किया गया। इनमें तियारा, समीरपुर खास, सलोल, चकवन समीरपुर, तरखानगढ़, वैदी, डुगयारी, सनौरा, भड़ियारा और मेहरना पंचायतें शामिल रहीं। कार्यक्रम में करीब 2000 लोगों ने भाग लिया।
इस मौके वन मंत्री ने जनमंच को जनता का अपना मंच बताया और कहा कि जनमंच कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों की समस्याओं का घरद्वार निपटारा करना है ताकि लोगों को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़ें। सरकार ने लोगों की समस्याओं को जानने और समस्याओं को दूर करने के लिए प्रदेश के सभी हलकों में प्रत्येक माह जनमंच कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है, जिसमें एक मंत्री की मौजूदगी में सभी विभाग मौक पर मौजूद रहकर लोगों की समस्याओं का निदान करेंगे। उन्होंने कहा कि जो शेष समस्याएं रहेंगी, उन्हें भी समयबद्ध निपटारे के साथ लोगों का सूचित किया जायेगा।
गरीबों, वंचितों का कल्याण प्राथमिकता
गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि सरकार समाज के कमज़ोर व उपेक्षित वर्गों के कल्याण के प्रति वचनबद्ध है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन की आयुसीमा को 80 वर्ष से घटा कर 70 वर्ष किया गया है। सरकार यह सुनिश्चित बना रही है कि विकास के लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुंचें। उन्होंने बताया कि 70 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले व्यक्तियों तथा 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों की पेंशन बढ़ाकर 1300 रुपये प्रतिमाह की गई है।
गृहिणी सुविधा योजना के लाभार्थियों को बांटे एलपीजी कनेक्शन
इस मौके गोविंद सिंह ठाकुर ने हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के तहत 12 लाभार्थियों को निशुल्क एलपीजी कनेक्शन वितरित किए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने महिला सशक्तिकरण एवं पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना आरंभ की है। इस योजना से प्रदेश के 1 लाख परिवार लाभान्वित होंगे। इन परिवारों की गृहिणियों को रसोई गैस सिलेंडरों की जमा राशि और गैस चूल्हे के लिए आर्थिक मदद दी जाएगी। इसके लिए सरकार हर गैस कनेक्शन पर 3500 रुपए का खर्च वहन करेगी।
कार्यक्रम में प्राकृतिक आपदा के प्रभावितों को 8 लाख 16 हजार रुपए की राहत राशि प्रदान की गई। इसके तहत दुर्घटनाओं में जान गंवाने वाले दो लोगों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की राहत राशि के चेक भेट किए गए।
3 दिनों में लगाए साढ़े 17 लाख से अधिक पौधे
वन मंत्री ने लोगों का आह्वान किया कि वन संरक्षण को महत्व देते हुए सभी अपने जन्मदिन अथवा अन्य धार्मिक एवं सामाजिक उत्सव पर एक-एक वृक्ष अवश्य लगाएं। उन्होंने कहा कि वन पृथ्वी पर जीवन के लिए अनिवार्य तत्व हैं और प्रकृति, परिस्थितिकि एवं ऋतुओं के संतुलन को बनाये रखने में सहायक होते हैं।
उन्होंने कहा कि पौधरोपण अभियान-2018 के अंतर्गत प्रदेश सरकार ने राज्य में 12 जुलाई से 14 जुलाई तक लोगों की सहभागिता से पौधारोपण का विशेष अभियान चलाया था। इस दौरान प्रदेश भर में साढ़े 17 लाख से अधिक पोधे लगाए गए।
उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वातावरण को स्वच्छ रखने एवं अपनी जीवन में हरियाली कायम रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण करें और लगाए गए पौधों की देखभाल भी करें तथा दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
कार्यक्रम में उपायुक्त संदीप कुमार ने अवगत करवाया कि प्री जनमंच अवधि में संबंधि 10 पंचायतो में पात्र लोगों को गृहिणी सुविधा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, बुढ़ापा, विधवा तथा दिव्यांग पैंशन, जनधन योजना, बेटी है अनमोल, डिजीटल राशन कार्ड, गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण व टीकाकरण, हर घर में शौचालय इत्यादि योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ पहुंचाना तय किया गया है।इसके अतिरिक्त क्षेत्र में लोगों के लिए निःशुल्क चिकित्सा शिविर और स्वच्छता शिविर लगाए गए।
इस दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित निशुल्क चिकित्सा शिविर में करीब 140 लोगों की स्वास्थ्य संबंधी जांच की गई। कार्यक्रम में कांगड़ा रैडक्रॉस सोसायटी ने रक्तदान शिविर का आयोजन किया। शिविर में 20 यूनिट रक्त एकत्रित हुआ। कार्यक्रम में स्वच्छ भारत सर्वेक्षण 2018 के बारे में भी जानकारी दी गई। इसके अतिरिक्त लोगों को ईपीडीएस एप के बारे में भी जानकारी दी गई।
लोगों ने जताया आभार
इस दौरान सैंकड़ों लोगों ने जनमंच के तहत उपलब्ध विभिन्न सुविधाओं का लाभ उठाया। लोगों ने हिमाचल सरकार की घरद्वार पर उनकी समस्याओं का त्वरित एवं स्थाई समाधान करने की इस अनूठी पहल की सराहना की और मुख्यमंत्री व प्रदेश सरकार के प्रति आभर प्रकट किया।
कार्यक्रम में आए 269 मामले
इस दौरान जनमंच कार्यक्रम में विभिन्न विभागों से जुड़े कुल 269 मामले दर्ज किए गए। अधिकतर समस्याएं सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य, लोक निर्माण, विद्युत, राजस्व, सामाजिक सुरक्षा विभाग से जुड़ी थीं। समस्याओं का निपटारा अगले 10 दिनों के भीतर सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए। इसके अलावा मौके पर 29 प्रमाण पत्र बनाए गए।
कार्यक्रम में यह भी अवगत करवाया गया कि जनमंच से पूर्व की अवधि में कुल 96 मामले प्रशासन के समक्ष आए थे, इन में से 62 मामलों को जनमंच दिवस से पूर्व हल कर लिया गया था। जनमंच दिवस से पूर्व के 10 दिनो में म्यूटेशन के 85 मामले भी निटपटाए गए।
कार्यक्रम में सभी विभागों ने अपने अपने स्टॉल लगाकर लोगों को विभाग से संबंधित योजनाओं की जानकारी दी।
वन मंत्री ने रोपा अर्जुन का पौधा
इससे पहले वन मंत्री ने तियारा गांव में वन विभाग द्वारा आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने स्वयं अर्जुन का पौधा लगाया।कार्यक्रम में गांववासियों ने एवं विभाग के अधिकारियों ने भी पौधरोपण किया।
इस अवसर पर विधयाक नगरोटा बगवां अरूण मेहरा, विधायक जयसिंहपुर रविंद्र धीमान, कांगड़ा के पूर्व विधायक संजय चौधरी, उपायुक्त संदीप कुमार, पुलिस अधीक्षक संतोष पटियाल, कांगड़ा जिला के लिए जनमंच की पर्यवेक्षक राखिल काहलों, कांगड़ा के एसडीएम शशीपाल नेगी सहित सभी विभागों के जिलास्तर के अधिकारी एवं पंचायती राज संस्थाओं के जन प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में संबंधित पंचायतों के लोग उपस्थित थे।