मनुष्य जाति की प्रगति स्वच्छ वातावरण में ही छिपी है – गोविन्द ठाकुर,

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आवाज़ जनादेश ब्यूरो /  मनुष्य जाति की प्रगति स्वच्छ वातावरण में ही  छिपी हुई है। यह शब्द  गोविन्द ठाकुर,वन, परिवहन, युवा सेवाएं एवं खेल मन्त्री हिमाचल प्रदेश ने कहे।उन्होंने कहा कि वातावरण की स्वच्छता के लिए हमें अनेक तरह के प्रकृति में हो रहे असन्तुलनों से लड़ना पड़ता है।वह कभी सूखे की स्थिति में नज़र आता है तथा कभी बाढ़ का भयकंर रूप ले कर हमें देखने को मिलता है।जिससे भूमि कटाव, भूस्खलन, जल में अशुद्धियां तथा जीवन के लिए अत्यन्त आवश्यक हवा में भी विकृतियां देखने को मिलती है।उन्होंने कहा कि यदि इन सभी असन्तुलनों को सही करना हो तथा किसी एक उपाय की बात करनी होतो वह उपाय है इस धरती को हरा-भरा करो।जिस से वायु, जल एवं जमीन सभी स्वच्छ होंगें तथा मनुष्य जीवन की हर आवश्यक वस्तु की आपूर्ति होगी।
उन्होंने कहा कि वन ईमारती लकड़ी से लेकर, बालन, पशुओं के लिए चारा, औषधीय पौधे तथा स्वच्छ जल एवं हवा हमें प्रदान करते हैं। यदि यह सेवांए हमें लम्बे  समय तक चाहिए, तो हमेंअपने वनों को सम्भाल कर रखना होगा।पिछले कुछ दशकों में विकास के दबाव में वनों का अधिक दोहन हुआ है तथा अब हमें जागने की आवश्यकता है।हमें न केवल पिछले अर्से में हुई क्षति की आपूर्ति करनी है परन्तु आने वाले समय व पीढ़ियों को भी अच्छे पर्यावरण को छोड़ कर जाना है।
ठाकुर ने कहा कि पौधरोपण शब्द को बदल कर हमें वनरोपण शब्द का प्रयोग करना चाहिए, क्योंकि एक-दो पौधों से अब काम चलने वाला नहीं है, हमें अब वन तैयार करने होेंगें ।  www.awazjanadesh.in 

इस दिशा में कार्य आरम्भ भी कर दिया है।इस वर्ष हम ने वनमहोत्सव को एक जन महोत्सव की तरह मनाया।जहां एक ओर जय राम ठाकुर माननीय मुख्यमन्त्री ने इस महोत्सव का आगाज़ राजगढ़ से देवदार का पौधा लगाकर किया, वहीं दूसरी ओर हमारे जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय लोगों ने इसे तीन दिनों तक एक पर्व के रूपमेंमनाया। इस  दौरान17,51,899 पौधों को रोपित कर 86,231 लोगों ने इस नेक कार्य में  आहुति ड़ाली।उन्होंने  कहा कि उन्हें अत्याधिक प्रसन्नता है कि आज भी लोग उन्हें सम्पर्क करते हैंकि वेअपने घरों के आस-पास के स्थानों पर पौधे लगाना चाहते हैं तथा इस कार्य को वे वन विभाग के साथ मिलकर अन्ज़ाम भी दे रहेहैं।उन्हों ने हर उस व्यक्तिको धन्यवाद का पात्र माना है जिसने इस नेक कार्य में भाग लिया है।उन्होंने विशेष तौर पर वनकर्मियों को बधाई दी है, जिन्होंने दिन-रात एक कर पहले तो चयनित स्थानों की बाड़ बन्दी की तथा वहां गड्डे खोदे।  उन्होंने कहा कि उनका यह कार्यप्रशन्सा के काबिल है।
वनमन्त्री ने जानकारी देते हुए कहा कि मण्डी वन वृत में सबसे अधिक पौधेरोपित किए गए तथा रामपुर एवं चम्बा वृत ने क्रमशः दूसरा एवं तीसरा स्थान हासिल किया।उन्होंने इस उपलब्धि के लिए वहां कार्यरत सभी कर्मचारियों व अधिकारियों को बधाईदी।
माननीय वनमन्त्री ने यह भी कहा हिमाचल प्रदेश वन विभाग अपने विभाग में कार्यरत कर्मचारियों व अधिकारियों को वनसंरक्षण, प्रबन्धन एवंअ न्य क्षेत्रों में उत्कृष्टकार्य एवं योगदान के लिए हर वर्ष पुरस्कार भी प्रदान करेगा।विशेषज्ञ चयन समिति द्वारा जांच व सिफारिश के बाद अलग-अलग श्रेणी में पुरस्कार दिए जांएगें।जिस में प्रशसनी पत्र एवं नगद पुरस्कार दिया जाएगा।
उन्होंने कहा किश्री होशियार सिहं के सम्मान में होशियार सिहं वन प्रहरीपुरस्कार वन रक्षकों को दिया जाएगा जो वनों की सुरक्षा में उत्कृष्ट कार्य करेंगें।जिस में कटान, खनन तथा जड़ीबुटियों के अवैध कार्या को रोकने में किए गए कार्य तथा वन भूमि पर अतक्रिमण को हटाने में किए गए कार्यों में की गई उपलब्धियां शामिल होंगी। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार तीनश्रेणियों में दियाजाएगा जिसमें प्रशंसनी पत्र के अतिरिक्त क्रमशः तीस, पच्चीस व बीस हजार रूपये का नगद इनाम दिया जएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि वन राजिकों, उप वन राजिकों तथा वन रक्षकों को वन्य जीवसंरक्षण के उत्कृष्ट कार्यों में सर्वोत्तम वन जीव मित्र पुरस्कार दिया जाएगा तथा उपरोक्त पुरस्कार की भान्ति यहां भी तीन लोगों को परस्कृत किया जाएगा।
वन रक्षक व उप वन राजिक को सर्वोत्तम पौध शाला प्रबन्धन पुरस्कार से भी तीन श्रेणियों में नवाजा जाएगा।
सर्वोत्तम पौध रोपण पुरस्कार के लिए वनराजिक, उप वनराजिक या वन रक्षक की तीन श्रेणियों में पुरस्कृत किया जाएगा।इसके अतिरिक्त सर्वोत्तम वन सेवा पुरस्कार,बहादुरी, कौशल या दृढ़ संकल्प के लिए प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने जानकारी देते हुए कहा अरण्यपाल, वन मण्डलाधिकारी या ए.सी.एफ. को वनों एवं वन्य जीवन के बेहतर प्रबन्धन एवं संरक्षण के लिए नई पहल या अच्छे नेतृत्व कौशल के लिए अरण्य गौरव पुरस्कार भी प्रदान किया जाएगा।
माननीय वनमन्त्री ने जानकारी देते हुए यह भी कहा कि विभिन्न निजी या सरकारी विद्यालयों को बाल वन मित्र पुरस्कार भी हर वर्ष दिया जाएगा।इस में अच्छा पौधरोपण व उसके बचाव में संस्थान द्वारा किए गए अच्छे कार्या के लिए तीन श्रेणियों में सम्मनित भी करेंगें।
उन्होंने बताया कि पंचायतो व वन प्रबन्धन कमेटियोंको भी वनों के संरक्षणआदि के लिए वन मित्र पुरस्कार से तीनश्रेणियों में नवाजा जाएगा।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकारका यह संकल्प है कि वन प्रबन्धन द्वारा जो भी कार्य सच्ची कर्तव्य निष्ठा से किया जाएगा उसे सम्मानित किया जाएगा।

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