कीमतें बढ़ाने की मांग को लेकर महाराष्ट्र के दूध उत्पादक किसानों का प्रदर्शन, पुणे में दूध के पैकेट फेंके गए
किसानों को मिल रहा है 20 रुपए का भाव
किसान संगठनों ने प्रति लीटर दूध की खरीद पर पांच से सात रुपए बढ़ाने की मांग की थी। फिलहाल, उन्हें प्रति लीटर 17 से 20 रुपए मिलते हैं। जबकि बाजार में यही दूध 40 से 45 रुपए में बेचा जाता है।
सांसद राजू शेट्टी ने रविवार को कहा, “किसान डेयरी में 17 रुपए प्रति लीटर दूध बेचते हैं। प्रसंस्करण के बाद डेयरी इसे पाउच में पैक करती है और 42 रुपए प्रति लीटर की न्यूनतम दर से बेचा जाता है। यह बड़ा अंतर है। इसलिए, पुणे और मुंबई में मध्यरात्रि से दूध की आपूर्ति रोकी जाएगी, हमें हमारी मांगों के लिए दबाव बनाना पड़ेगा क्योंकि राज्य सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए कोई मजबूत फैसला नहीं ले रही।”
करीब छह महीनों से सही दाम देने की मांग
किसान नेता अजित नवले ने बताया कि दूध उत्पादक पिछले छह महीनों से राज्य सरकार से दूध के सही दाम देने की मांग कर रहे हैं। मार्च महीने में किसान लॉन्ग मार्च में भी यही मुद्दा उठाया था। इसके अलावा राज्य स्तर पर किसान पहले भी आंदोलन कर चुके हैं।
आंदोलन की पूर्व संध्या पर रविवार को महाराष्ट्र के सांगली में स्वाभिमान शेतकरी संघटना के कार्यकर्ताओं ने दूध की एक टैंकर की तोड़फोड़ की और दूध को सड़क पर बहा दिया। इसके बाद पार्टी की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि 16 जुलाई से होने वाली आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से होगा। पहले केवल दूध को बिक्री के लिए नहीं दिया जाएगा और जरूरत पड़ने पर किसान सड़कों पर भी उतरेंगे।