लोगो डिजाइन को मिलेगा प्रथम पुरस्कार
मुख्यमंत्री के करकमलों से राज्य महिला आयोग के नए लोगो का अनावरण किया गया। जिसे मंडी जिला के धर्मेन्द्र ने डिजाइन किया है। धर्मेंद्र का बनाया लोगो सभी को पसंद आया, जिस पर उन्हें प्रथम पुरस्कार के लिए चुना गया है। इस लोगो के लिए आमंत्रित प्रविष्टियों में तहसील मंडी के गांव महेड़, डाकखाना टांडू, खीम दास के पुत्र धर्मेंद्र की प्रविष्टि ने प्रथम स्थान, जबकि कांगड़ा जिला की तहसील नगरोटा बगवां के गांव व डाकघर उपरली कोठी टीका बाग के नरेंद्र कुमार की प्रविष्टि ने द्वितीय स्थान हासिल किया। इसी कड़ी में शिमला जिला की तहसील रामपुर के गांव व डाकखाना भोंडा के सौरभ लारजु की प्रविष्टि तृतीय स्थान पर रही। सीएम के द्वारा प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर आने वाले प्रतिभागियों 11000, 5100 व 3100 रुपए के नकद पुरस्कार प्रदान किए गए। सदस्य सचिव ने बताया कि राज्य महिला आयोग द्वारा आयोग का अपना लोगो चयनित करने के लिए प्रदेश भर से प्रविष्टियां आमंत्रित की गई थीं। इसी के चलते प्रदेश भर से 75 प्रतिभागियों से 150 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं। इन प्रविष्टियों का मूल्यांकन इस उद्देश्य के लिए गठित तीन सदस्यीय समिति द्वारा किया गया।
ये रहे मौजूद-
राजीव सैजल(सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री), संदीप नेगी (सचिव राज्य महिला आयोग शिमला), डेजी ठाकुर(हिमाचल प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष) एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
परिचय-
मेरे पिता जी का नाम श्री खीम दास है और वो मंडी जिला में ऑटो ड्राइवर है और दूसरो का ऑटो चलाते है। मेरी माता जी एक हाउस वाइफ है। मेरे गाँव का नाम महेड, डाकघर टांडू, तहसील सदर जिला मंडी हिमाचल प्रदेश है। बचपन से ही मुझे पेंटिंग का शौक रहा है इसलिए इसलिए मैंने डिजाइनिंग लाइन को चुना है। जब भी मौका मिलता है कुछ न कुछ क्रिएटिव बनाने का प्रयास करता रहता हु। बहुत सी क्रिएटिव कवर पेजेज मैंने डिज़ाइन किये है लेकिन मेरा नाम कभी नहीं सामने नहीं आया क्योकि हम लोगो किसी संस्था या किसी स्टूडियो या किसी अख़बार के लिए पार्ट टाइम काम करते हैं, जिसके लिए हमें कुछ पैसे मिलते है, डिज़ाइन तैयार करते है। मुझे बहुत ही ख़ुशी है की आपने मेरे द्वारा बनाये गए लोगो को पसंद किया है और मुझे इस सम्मान के लिए चयनित किया है।
शिक्षा और कार्य-
12 वी तक की पढ़ाई मंडी के विजय हाई गवर्नमेंट स्कूल मंडी (बॉयज) से की है , स्कूल टाइम के दौरान पेंटिंग कम्पीटीशन्स में भी पुरस्कार जीते हैं। लेकिन गरीब परिवार होने के कारण स्कूल टाइम के बाद कुछ समय पेट्रोल पंप में भी सेल्ज बॉय के रूप में कार्य किया है। वहां से कुछ पैसे इकठा किये और पिता जी से रुपये लेकर बीसीए सीटीएनटी स्टडी सेंटर मंडी से 2009 में बी सी ए पास की। इसके बाद पार्ट टाइम काम किया है और साथ साथ डिस्टेंस एजुकेशन द्वारा कर्नाटका स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी से 2012 से एम सी ए की है। इसके बाद से मैंने पार्ट टाइम काम किया है। जो की मैंने के न्यूज़ पेपर (मंडी) के साथ ग्राफि़क्स डिज़ाइनर, अमर ज्वाला साप्ताहिक समाचार (मंडी) ग्राफि़क्स डिज़ाइनर पार्ट टाइम काम किया है और अभी भी पार्ट टाइम कार्य कर रहा हूँ।
लोगो के बारे में-
इस लोगो को मैंने लगभग 75 बार रिफाइन किया है। लोगो किसी भी कंपनी या फिर किसी अन्य लोगो का डुप्लीकेट नहीं किया गया है। इसे बनाने में मुझे लगभग 6 दिन से अधिक समय लगा है। लोगो में मैंने अनेको विशेषताओं का समावेश किया है। मैंने कई लोगो देखे जिनसे इसे अलग बनाने का प्रयास किया है। इसे भारतीय तथा हिमाचली छवि देने का पूरा प्रयास किया है। लोगो महिला प्रधान लोगो को दर्शाता है जिसमे सुविधाओं का भी समावेश है। इसमें दर्शाया गया है की राज्य की महिलाये किस तरह आगे बढ़ रही हैं। हिमाचल प्रदेश को किस प्रकार सुरक्षित हाथो में रखा गया है। राज्य महिला आयोग द्वारा दी गई अनेको विशेषताओं सुविधाओं , और सुरक्षा का भावार्थ समावेश इस लोगो में है। लोगो को अलग अलग एंगल से देखने पर इसकी अनेको विशेषताएं प्रदर्शित होती हैं।