वन, परिवहन, युवा सेवाएं एवं खेल मन्त्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश वन विभाग ने आज जन सहयोग से प्रदेशभर में चलने वाले तीन दिवसीय पौध रोपण अभियान की शुरूआत की। प्रदेश में लगभग 592 चिन्हित स्थानों पर पौध रोपण अभियान चलाया गया है तथा इस अभियान की जानकारी ऑनलाईन निगरानी की जा रही है।एक सॉफटवेयर के माध्यम से सभी चिन्हित स्थानां में रोपित किए जा रहे पौधों की जानकारी को मोबाईल एप द्वारा एकत्रित किया जा रहा है।
वन मन्त्री ने इसी दौरान शिमला में टालैंड स्थित वन विभाग के मुख्यालय का दौरा किया तथा ऑनलाईन मॉनिटरिंग की प्रक्रिया की जानकारी ली। इस मौके पर उन्होंने वन विभाग की सराहना करते हुए कहा कि ऐसा पहली बार है जब प्रदेश में इस प्रकार के अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वृक्ष हमारी जीवन रेखा है तथा धरती के वातावरण को शुद्ध रखने में इन का अपना ही महत्व रहता है। उन्होंने प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि वे इस अभियान में जुड़ें तथा आने वाले दो दिनों में इस अभियान में जुड़ कर अधिक से अधिक पौधे रोपित कर प्रदेश की हरित आवरण को बढ़ाने में अपना साकारात्मक सहयोग दें। उन्होंने कहा कि वन विभाग ने इन तीन दिनों में 15 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि वन विभाग निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त ही नहीं करेगा बल्कि इससे भी अधिक अधिक पौधे लगाने में सफल होगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर सभी विधानसभा सदस्यों को को भी इस अभियान में से जुड़ने का आग्रह किया है।
गौरतलब है कि आज शाम तक 592 स्थानों पर 4,28,790 पौधे लगाए किए गए। अभियान के दौरान देवदार, चौड़ीपत्ती, अन्य शंकुधारी व अन्य श्रेणियों में रोपित पौधों की जानकारी एकत्रित की जा रही है। देवदार के 1,73,126, चौड़ीपत्ती के 2,11,323 अन्य शंकुधारी 21,491 व अन्य प्रजातियों के 22,850 पौधों का पौधों का रोपण किया गया। रामपुर वन वृत में सबसे अधिक 76,949 पौधे लगाए गए तथा चम्बा वन वृत के चम्बा वन मण्डल 36,233 पौधे रोपित किए गए।
वन मंत्री ने इस अवसर पर वन अतिक्रमण मोंनीटरिंग सोफट्वेयर का भी शुभारम्भ किया। इस सोफट्वेयर के माध्यम से वन अतिक्रमण की सूचना रेंज अधिकारी द्वारा डाली जायेगी। वन अतिक्रमण का पता लगने, हटाने तथा वहां पुनः पौध रोपण से सम्बन्धित सूचना शामिल होगी, जिसे कोई भी व्यक्ति देख सकता है।