शिमला। कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने माना कि हिमाचल में पार्टी एकजुट होकर चुनाव नहीं लड़ी। इस कारण यहां परिणाम अच्छा नहीं रहा। इसके विपरीत गुजरात में पार्टी एकजुटता के साथ लड़ी और वहां प्रदर्शन अच्छा रहा। उन्होंने दो टूक कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में मैदान खुला है और जो लोग काम करेंगे, वे आगे बढ़ेंगे और पार्टी में उन्हें पूरा मान सम्मान मिलेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यहां कांग्रेस के लोगों ने ही हराया है। यदि सब एकजुट होकर लड़ते तो चुनाव हर हाल में जीतते। राहुल गांधी ने बैठक में कहा कि पार्टी की खिलाफत करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे। चाहे वे मंत्री रहे हों या कोई और। उन्होंने कहा कि ऐसी सूचनाएं मिली हैं कि मंत्री बनने के बाद नेताओं ने कार्यकर्ताओं और जनता से संपर्क छोड़ा और आज यह दिन देखने को मिला। उनका कहना था कि जहां पर पार्टी के उम्मीदवार हारे हैं, वहां कार्यकर्ता दमखम लगाएं और राज्य सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करें। उन्होंने कहा कि जो जनता में रहेंगे, वे ही पार्टी के नेता हैं और कोई बड़ा नेता नहीं है। राहुल गांधी ने कहा कि जो फीडबैक आया कि मिलकर चुनाव नहीं लड़ा। कई जगह कुछ नेताओं ने खुद को बड़ा नेता बताया, लेकिन वे चुनाव हार गए। उन्होंने कहा कि बड़ा नेता कोई नहीं है। सब बराबर हैं और जो काम करेगा, वह आगे आएगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि पार्टी के काम में सभी लोग जुट जाएं। राज्य में सत्तासीन हुई बीजेपी और केंद्र सरकार के कामकाज को लेकर लोगों के बीच जाएं। उन्होंने कहा कि पार्टी के लोग जनता के बीच जाएं और अपनी बात रखें । राहुल ने पुलिस और आशा कुमारी के बीच हुए प्रकरण पर कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम गांधी वादी लोग हैं और इस तरह की घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गुस्से को प्यार से खत्म करना ही कांग्रेस की विचारधारा है। उन्होंने कहा कि आज जो हुआ, वह नहीं होना चाहिए था।