आवाज़ जनादेश / न्यूज़ ब्यूरो शिमला
बंबर ठाकुर पर हमला करने आए हमलावरों ने मौके पर मौजूद अन्य लोगों पर भी अंधाधुंध गोलियां चलाई, लेकिन निशाना चूकने से उनकी जान बच गई। दो हमलावरों ने बंबर ठाकुर को निशाना बनाया। जबकि पीछे खड़े दो हमलावरों ने वहां मौजूद युवकों पर बिल्कुल पास से गोलियां चलाई, लेकिन उनका निशाना चूक गया।
एक तरफ पीएसओ ने हमलावरों का सामना करते हुए अपनी जान दांव पर लगा दी। दूसरी ओर मौके पर खड़ी इनोवा गाड़ी भी बंबर ठाकुर के लिए जान बचाने का सहारा बनी। हमलावरों की पहले एक गोली बंबर ठाकुर के जांघ पर लगी। इसके बाद बंबर ठाकुर नीचे गिर गए, लेकिन पीएसओ से सामने आ कर उनकी जान बचा ली। इतने में बंबर ठाकुर इनोवा गाड़ी के पीछे जा छुप गए। इस दौरान एक हमलावर बंबर ठाकुर पर फायर करता रहा, लेकिन गोली गाड़ी पर लगी। मौके पर यदि वह गाड़ी नहीं होती तो बंबर ठाकुर को और भी गोलियां लग सकती थी।
हमलावरों के भागने के बाद मौके पर मौजूद कुछ युवकों ने उनका दौड़ कर पीछा भी किया। बताया जा रहा कि हमलावरों ने भागते हुए भी फायर किए। घटना स्थल पर खड़ी इनोवा गाड़ी में गोली के निशान मिले हैं। जबकि गोलियों के 26 खाली खोल भी बरामद हुए हैं। फिलहाल बंबर ठाकुर की पत्नी के आवास पर पुलिसकर्मी तैनात हैं। बंबर ठाकुर रात को औहर स्थित अपने घर चले जाते हैं, जहां उनकी सुरक्षा में एक गन तैनात रहता है। दिन में वह पत्नी के सरकारी आवास पर लोगों से मिलते हैं। होली के दिन भी वह सुबह 11:00 बजे औहर वाले घर से बिलासपुर में पत्नी के सरकारी आवास पर आए थे।
पहले हमला करने वाले लोगों ने ही कराया गोलीकांड: ईशान
बंबर ठाकुर के छोटे बेटे ईशान ठाकुर ने कहा कि पुलिस ने जिन लोगों गिरफ्तार किया है, उन्होंने पिछले साल पिता पर हुए हमले भी शामिल थे। गोलीकांड को कराने वाले यही लोग हैं। उन्होंने पिछले साल पहले बंबर ठाकुर पर जानलेवा हमला किया। इसके बाद वह घुमारवीं में गोली चलाने की ट्रेनिंग करते हुए भी पकड़े गए। बंबर ठाकुर पहले ही कह चुके थे कि उन्हें मारने की योजना चल रही है। इस गोलीकांड में बड़े स्तर पर लोग शामिल है। उनके पिता ने नाम भी लिए हैं। भाजपा के लोग भी शामिल हो सकते हैं। उनकी भी कॉल डिटेल की भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई की पुलिस जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी।