आवाज़ जनादेश / न्यूज़ ब्यूरो शिमला
बर्फबारी की वजह से राज्य भर में 516 सडक़ों पर ब्रेक लग गई है। इनमें सबसे ज्यादा सडक़ें शिमला जोन में बाधित हुई हैं। रामपुर सर्किल में भारी बर्फबारी से शनिवार देर रात तक 112 सडक़ें बाधित हुई हैं। इनमें कल्पा में 48, काजा में 31, कड़छम में 24, रामपुर में पांच और निरमंड की चार सडक़ों पर आवजाही ठप हुई है। पीडब्ल्यूडी ने रामपुर सर्किल में 42 मशीनें तैनात की हैं। इनमें से सात सरकारी और 29 निजी समेत 36 जेसीबी हैं। पीडब्ल्यूडी ने रामपुर सर्किल में रविवार देर रात तक 16 सडक़ों को बहाल कर लेने का लक्ष्य रखा है। शिमला सर्किल में 69 सडक़ें बाधित हो गई हैं। इनमें चौपाल में 41, ठियोग में 23 और शिमला-एक में पांच सडक़ों पर आवाजाही नहीं हो पा रही है। यहां विभाग ने रविवार को खुले मौसम के बीच 54 सडक़ों को बहाल कर लेने का दावा किया है। शिमला सर्किल में विभाग ने 49 जेसीबी मशीनें बर्फ को हटाने में झोंक दी हैं। इनमें से नौ विभाग की हैं, जबकि 40 निजी तौर पर किराए पर ली गई हैं। इसके अलावा रोहड़ू सर्किल में 43 सडक़ें बाधित हुई हैं।
रोहड़ू में 22, डोडरा-क्वार में 14, जुब्बल में छह और कोटखाई में एक सडक़ पर ब्रेक लगी है। पीडब्ल्यूडी ने रोहड़ू में बाधित कुल 43 में 26 सडक़ों को रविवार देर रात तक आवाजाही के लिए खोलने का लक्ष्य तय किया है। मंडी जोन में 170 सडक़ों पर आवाजाही बाधित हो गई हैं। इनमें सबसे ज्यादा असर कुल्लू में देखने को मिला है। कुल्लू में 151 सडक़ें ठप हैं। इनमें बर्फबारी का सबसे बड़ा असर उदयपुर में देखने को मिला है। यहां 134 सडक़ों पर वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही है। जबकि मनाली में 10, बंजार में पांच और कुल्लू मुख्यालय के अधीन दो सडक़ें बाधित हैं। मंडी सर्किल में 15 सडक़ों पर बीते 48 घंटे से वाहनों के पहिए थम गए हैं। इनमें सराज और थरोट में सात-सात और मंडी में एक सडक़ ठप है। डलहौजी सर्कल में 117 सडक़ें बाधित हैं। इनमें पांगी के किलाड़ में सबसे ज्यादा 42, भरमौर में 33, तीसा में 18, चंबा में 12, सलूणी में सात, डलहौजी में चार और चुवाड़ी में एक सडक़ पर आवाजाही नहीं हो पा रही है। डलहौजी सर्किल में 34 जेसीबी मशीनें बर्फ हटाने में तैनात की हैं। इनमें से 16 पीडब्ल्यूडी की हैं जबकि 18 निजी ठेकेदारों से ली है।
176 सडक़ें बहाल
पीडब्ल्यूडी ने भारी मशीनों और कर्मचारियों के सहारे बंद सडक़ों को खोलने का काम शनिवार देर रात से ही शुरू कर दिया था। रविवार को मौसम में सुधार होते ही पीडब्ल्यूडी ने मशीनों को एक बार फिर ग्राउंड पर उतारा और देर शाम तक 176 सडक़ों को बहाल कर लेने का दावा किया है। पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता एनपी सिंह का कहना है कि विभाग ने सडक़ों को बहाल करने में पूरी ताकत झोंक दी है। विभाग ने आगामी 72 घंटे में 80 फीसदी सडक़ों को बहाल करने का लक्ष्य तय किया है।
पीडब्ल्यूडी को दस करोड़ 16 लाख का नुकसान
बर्फबारी की वजह से प्रदेश भर में पीडब्ल्यूडी को अब तक दस करोड़ 16 लाख रुपए का नुकसान हो चुका है। विभाग को सबसे ज्यादा नुकसान डलहौजी सर्किल में झेलना पड़ा है। इनमें दो करोड़ 91 लाख, मंडी में दो करोड़ 90 लाख और शिमला में दो करोड़ 40 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। बीते 48 घंटे के दौरान हुई बर्फबारी के दौरान एक करोड़ 44 लाख रुपए का नुकसान एनएच में हुआ है। पीडब्ल्यूडी के अधिकारी नियमित रूप से रिपोर्ट राज्य सरकार को भेज रहे हें।