आवाज़ जनादेश / न्यूज़ ब्यूरो शिमला
हिमाचल में मेडिकल कालेजों के लिए राहत भरी खबर है। चिकित्सकों और फैकेल्टी मेंबर ने शीतकालीन अवकाश को टालने पर हड़ताल का फैसला वापस ले लिया है। अब 23 दिसंबर को मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद स्टेट एसोसिएशन ऑफ मेडिकल एंड डेंटल कालेज डाक्टर्ज (एसएएमडीसीओटी) आगामी फैसला करेगी और तब तक सभी मेडिकल कालेज में व्यवस्था में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। एसोसिएशन ने अवकाश के विषय पर गुरुवार को मीटिंग की है। इस मीटिंग में अवकाश की तारीख बदलने का कड़ा विरोध दर्ज किया गया। मीटिंग के दौरान माहौल आक्रोश से भरा रहा। उन्होंने हड़ताल करने या सामूहिक आकस्मिक अवकाश लेने की संभावना को शामिल करने की बात कही।
गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल कालेज के चिकित्सकों के शीतकालीन अवकाश को टालने का फैसला किया है और शीतकालीन सत्र के बाद अवकाश देने के संबंध में निर्देश जारी किए हैं। चिकित्सकों को विंटर वेकेशन में 37 दिन का अवकाश मिलता है। यह अवकाश आईजीएमसी शिमला समेत अन्य कालेजों में दिसंबर के आखिरी हफ्ते से शुरू होता है। इस बारे में स्वास्थ्य सचिव ने मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च के निदेशक को पत्र जारी किया था। इस पत्र के जारी होने के बाद अब चिकित्सकों को आगामी आदेशों तक अवकाश न मिलने की बात कही गई थी।
सोमवार को रखेंगे बात
एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. बलबीर वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पहले की तरह शीतकालीन अवकाश के लिए मौखिक आश्वासन दिया था। डा. वर्मा ने बताया कि सोमवार को मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगा और वह उस चर्चा के बाद तदनुसार संकाय को अपडेट करेंगे।