आवाज जनादेश / न्यूज ब्यूरो शिमला
जिला कुल्लू के उत्तरी शीतोष्ण क्षेत्रीय केंद्र गड़सा में गुरुवार को अनुसूचित जनजाति उपयोजना के तहत बीज वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। किसानों के जीवन स्तर में सुधार लाने और उनकी आजीविका में सहायता प्रदान करने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में घाटी के किसानों को मदद की गई। कार्यक्रम के दौरान प्रत्येक लाभार्थी किसान को 10-10 किलोग्राम उत्तम गुणवत्ता के मटर के बीज प्रदान किए गए। इस अवसर पर गड़सा घाटी के कुल 30 किसान लाभांवित हुए। केंद्र के अनुसार इन बीजों के वितरण से किसानों को कृषि उत्पादन बढ़ाने में सहायता मिलेगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। इस कार्यक्रम के दौरान उत्तरी शीतोष्ण क्षेत्रीय केंद्र के अध्यक्ष डाक्टर आर. पुरुषोत्तमन, वैज्ञानिक डाक्टर अब्दुल रहीम, डाक्टर रजनी चौधरी, डाक्टर पल्लवी चौहान एवं अन्य समस्त स्टाफ के सदस्य उपस्थित रहे।
उन्होंने किसानों को इस पहल से लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया और इस प्रकार के कार्यक्रमों की निरंतरता को सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। यह कार्यक्रम केंद्र द्वारा किसानों की भलाई और उनकी कृषि एवं आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए किए गए निरंतर प्रयासों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस मौके पर केंद्र के प्रभारी आर पुरूषोतमन ने बताया कि केंद्र ने यह सुनिश्चित किया कि बीज वितरण प्रक्रिया पारदर्शी और प्रभावी रहे, ताकि किसानों को उत्तम परिणाम प्राप्त हो सकें। उन्होने कहा कि भविष्य में इस कार्यक्रम के तहत लाभांवित किसानों से केंद्र द्वारा प्रभाव मूल्यांकन किया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कार्यक्रम किसानों के लिए लाभकारी और उनकी आजीविका में सुधार लाने में सफल हो रहा है।