रात को बिजली गई तो सुबह ही आएगी, सभी 18 सेक्शन में कर्मचारी नहीं
आवाज जनादेश / न्यूज ब्यूरो शिमला
शिमला शहर में रात को यदि कहीं पर बिजली जाती है तो लोगों को सुबह तक इंतजार करना होगा। सुबह आठ बजे के बाद ही बिजली कर्मचारी बिजली व्यवस्था को बहाल करेंगे क्योंकि रात में ड्यूटी देने के लिए कर्मचारी नहीं बचे हैं। शिमला में बिजली बोर्ड की सभी सैक्शन में नाइट शिफ्ट बंद कर दी गई है। बिजली बोर्ड की गंभीरता का इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वो आम जनता को सुविधा देने के लिए कितना गंभीर है। शिमला जोकि प्रदेश की राजधानी है वहां पर इस तरह के हालात हो गए हैं तो राज्य के दूसरे क्षेत्रों में क्या हालात होंगे यह समझा जा सकता है। शिमला में बिजली बोर्ड के 18 सेक्शन है और किसी भी सेक्शन में अब नाइट शिफ्ट नहीं हो रही है। सभी सेक्शन में बोर्ड के पास नाइट शिफ्ट के लिए कर्मचारी नहीं बचे हैं। पहले 9 सेक्शन में नाइट शिफ्ट बंद हुई थी, लेकिन अब सभी में बंद हो गई है, इसलिए यदि कहीं पर रात के समय में लाइट जाएगी तो फिर वह
सुबह आठ बजे के बाद ही बहाल हो सकेगी।
बिजली बोर्ड के पास सिटी डिवीजन में कुल 144 कर्मचारी हैं और यह सभी कर्मचारी डे शिफ्ट में ही काम करते हैं। इनका काम बांटा गया है और रात्रि 8 बजे तक इनको डयूटी सौंपी गई है। दोपहर में भी दो शिफ्ट में ही ड्यूटी करवाई जाती है। इसमें मॉर्निंग व डे शिफ्ट रहती है। लगातार बिजली बोर्ड के कर्मचारी रिटायर हो रहे हैं और उनके रिटायर होने के बाद दोबारा नई भर्ती उस पद पर नहीं हो रही है।
वीबीआईपी एरिया में भी कोई कर्मचारी नहीं
बताया जा रहा है कि शिमला के वीवीआईपी एरिया में बिजली की व्यवस्था को देखने वाले बोर्ड के सेक्शन में भी कर्मचारी नहीं है। यहां पर भी अब नाइट शिफ्ट नहीं हो रही है। आने वाले दिनों में बर्फबारी होगी और उस दौरान बिजली गुल होना आम बात होती है। ऐसे में लोगों को ठंड में ठिठुरने के अलावा कोई दूसरा उपाय नहीं है क्योंकि रात को बिजली जाने पर वह बहाल नहीं हो सकेगी। अगले दिन भी कब तक बिजली आएगी कहा नहीं जा सकता।
बार-बार जानकारी देने के बाद भी नहीं हुई तैनाती
सूत्रों के अनुसार सिटी डिवीजन में कर्मचारियों की कमी को लेकर बोर्ड प्रबंधन को लगातार जानकारी दी गई है। बार-बार उनको स्थिति बताई गई है, मगर यहां पर कर्मचारियों की नियुक्ति पर कोई निर्णय नहीं लिया गया। आलम यह है कि अब नाइट शिफ्ट सभी सेक्शन में बंद कर दी गई है। इतना ही नहीं गंभीर बात ये है कि अस्पतालों में भी रात को बिजली की व्यवस्था को बहाल रखने के लिए कर्मचारी नहीं है। शुरुआत में कर्मचारियों की कमी होने के चलते यहां पर एक सेक्शन से दूसरे सेक्शन में कर्मचारियों को तबदील करके लगाया जाता रहा, परंतु अब यह व्यवस्था भी नहीं हो पा रही है। दोपहर में काम करने वाले कर्मचारियों ने रात को भी ड्यूटी देने से इनकार कर दिया जिसके चलते नाइट शिफ्ट को ही बंद कर दिया गया। अस्पतालों में रात को बिजली गुल हो गई तो यहां बड़ी दिक्कत पेश आ सकती है। कई बार एमर्जेंसी के दौरान इस तरह की खस्ता व्यवस्था भारी पड़ सकती है।
रिज सब डिवीजन में आते हैं तीन सेक्शन
रिज सब डिवीजन के तहत तीन सेक्शन आते हैं, जिनमें रिज, सब्जी मंडी व बाजार वार्ड आता है। ईदगाह के तहत टेलिग्राफ, माइथ व ईदगाह आता है वहीं छोटा शिमला के तहत छोटा शिमला, आलू पार्क, यूएस क्लब, चार्लीविला सेक्शन आता है। बालूगंज के तहत वाइस रीगल लॉज, केनेडे हाउस, घोड़ा चौकी, कुमार हाउस व समरहिल आता है। इसी तरह से संजौली सब डिवीजन के तहत संजौली, स्नोडन व एलिज्यूम सेक्शन आते हैं और इन सभी में रात के समय ड्यूटी देने के लिए कोई कर्मचारी नहीं बचा है।