टांडा में आंखें चैक करवाने पहुंची संसार देई की सादगी से सब हैरान, नहीं लिया बेटे का नाम
आवाज जनादेश / न्यूज ब्यूरो शिमला
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की माता संसार देई मंगलवार को टांडा अस्पताल में इलाज के लिए पहुंची। उन्होंने आम जनता की तरह लाइन में खड़े होकर आंखें चैक करवाई। संसाद देई ने अपनी पहचान और बेटे का नाम लिए बिना वीआईपी सुविधाओं को दरकिनार कर साधारण तरीके से इलाज करवाया। यहां तक कि टांडा अस्पताल की लिफ्ट खराब होने पर किसी से शिकायत किए बिना सीढिय़ां चढक़र ओपीडी तक पहुंची, जहां नेत्र विभाग के विशेषज्ञ डाक्टर एसके शर्मा ने उनकी आंखें चैक की और दवाई डाली। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की माता 84 वर्षीय संसार देई की सादगी और सौम्यता को देखकर किसी को यकीन नहीं हो रहा था की यह मुख्यमंत्री की माता हैं।
बिना किसी को बताए लाइन में अपनी बारी का इंतजार कर आंखें चैक करवाई। उसके बाद टांडा अस्पताल में अपने रिश्तेदार का कुशलक्षेम पूछने के लिए चौथी मंजिल तक सीढिय़ां चढ़ कर पहुंची। क्योंकि खराब लिफ्टों को आज तक अस्पताल प्रशासन ठीक नहीं कर पाया है।
सुखविंदर सिंह सुक्खू की माता संसार देई से दोपहर को खाना खाने का प्रस्ताव रखा, तो उन्होंने सादगी से कहा कि ‘बच्चा में खाना पारके च बई कने खाना’। सब अचंभित थे कि मुख्यमंत्री की माता होने के बाद भी पार्क में नीचे बैठ कर घर से लाए खाने का आनंद लिया।
टांडा अस्पताल में मशीनों की खली कमी
प्रदेश के दूसरे बड़े अस्पताल में मशीनों की कमी खूब नजर आई, जब मुख्यमंत्री सुक्खू की माता संसार देई को आंखों का पर्दा चैक करवाने के लिए निजी प्राइवेट अस्पताल का रुख करना पड़ा। संसार देई ने किसी पर गुस्से किए बिना सादगी से निजी आंखों के अस्पताल में पर्दा चैक करवा कर इंजेक्शन भी लगवा लिया।