आवाज जनादेश / न्यूज ब्यूरो शिमला
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राष्ट्र को स्वहित और राजनीतिक मतभेदों से ऊपर रखने का आह्वान करते हुए शुक्रवार को कहा कि किसी भी स्थिति में राष्ट्रवाद से समझौता नहीं किया जाना चाहिए और शत्रुओं को प्रोत्साहन नहीं देना चाहिए। श्री धनखड़ ने राजस्थान के अजमेर में राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी हालत में दुश्मन के हित को प्रोत्साहन नहीं दिया जा सकता।
उन्होंने कहा कि दुखद विषय है, चिंता का विषय है, चिंतन का विषय है, मंथन का विषय है कि अपने में से कुछ भटके हुए लोग संविधान की शपथ के बावजूद भारत मां को पीड़ा दे रहे हैं। राष्ट्रवाद के साथ समझौता कर रहे हैं। राष्ट्र की परिकल्पना को समझ नहीं पा रहे हैं। पता नहीं कौन से स्वार्थ को ऊपर रख कर भारत मां को लहुलुहान करना चाहते हैं। हमारे भारत को कोई सूई भी चुभेगी, तो 140 करोड़ लोगों को दर्द होगा।