आवाज जनादेश/न्यूज ब्यूरो शिमला
राज्य सरकार भविष्य में एसडीआरएफ का कुनबा बढ़ाएगी। इसमें गृहरक्षकों की भर्ती की जाएगी और उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। ताकि आपदा के समय एसडीआरएफ से जल्द से जल्द मदद मिल सके। मौजूदा समय में हिमाचल एसडीआरएफ में 129 ही कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं। यह संख्या बहुत कम है। विधानसभा में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने इसका खुलासा किया है। मानसून से नुकसान पर नियम 130 के तहत हुई चर्चा का जवाब देते हुए जगत सिंह नेगी ने कहा कि आपदा प्रबंधन में हिमाचल नंबर वन होगा। इसके अलावा आपदा राहत मित्र पंचायत में भर्ती किए जाएंगे। इसमें एक गांव में दस वालंटियर तैयार किए जाएंगे। राज्य सरकार पंचायत घर में उपकरण उपलब्ध करवाएगी। इसके अलावा तहसील और जिला स्तर पर आपदा प्रबंधन को सशक्त करेंगे।
सीएम बोले, आपदा में सबसे आगे रहते हैं राजस्व मंत्री
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि चंद्रताल में पर्यटकों को बाहर निकालने में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी और सीपीएस संजय अवस्थी सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचे थे। इसके अलावा इस बार समेज हादसे में भी राजस्व मंत्री 12 घंटे में घटनास्थल पर पहुंच गए थे। इससे राहत और बचाव कार्य में बड़ी मदद मिली। उन्होंने बताया कि राजस्व मंत्री आपदा के समय सबसे आगे रहते हैं।
सरकार गिराने के लिए 150 करोड़ रुपए खर्च किए
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा है कि राज्य में प्राकृतिक आपदा ही नहीं है, बल्कि ईडी और सीबीआई की भी आपदा है। विपक्ष के प्रयास के बाद समय और धन भी बर्बाद हुआ है। राज्य सरकार को गिराने में नेता प्रतिपक्ष ने 150 करोड़ रुपए खर्च कर दिए। उनके इस प्रयास में कांग्रेस के जयचंदों ने भी उनका साथ दिया, लेकिन कामयाब नहीं हो पाए। इस धनराशि को आपदा में हुए नुकसान पर खर्च किया जाता तो प्रदेश के हालात सुधर सकते थे। मानसून की चर्चा का जवाब देते हुए राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने भाजपा पर बड़े हमले किए हैं।