मानसून सत्र में एंटी स्नेक वैनम पर बहस के बाद सामने आए चौंकाने वाले आंकड़े
आवाज जनादेश /न्यूज ब्यूरो शिमला
विधानसभा में सांप के काटने से मौत और पीएचसी स्तर तक एंटी स्नैक वेनम इंजेक्शन उपलब्ध करवाने पर हुई बहस के बाद अब प्रदेश भर से चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं, जिनसे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल की सदन में कई घोषणा को अमल में लाने की जरूरत महसूस हो रही है,जो प्रदेश की चिंता और बढ़ाने वाले हैं। दरअसल, 27 जून से हिमाचल में शुरू हुए मानसून सीजन में अब तक 151 लोगों की मौत सरकारी आंकड़ों में दर्ज हुई है। इनमें एक बड़ा आंकड़ा सांप के काटने से मौत होने का शामिल है। बीते दो महीने में मानसून के दौरान 25 लोगों ने सांप के काटने से अपनी जान गंवाई है, जो कुल मौत के मामले में 17 फीसदी है। इनमें से कांगड़ा में सबसे ज्यादा नौ लोगों की मौत सांप के काटने की वजह से हुई है, जबकि ऊना में छह, सिरमौर में चार, बिलासपुर में तीन, मंडी में दो और हमीरपुर में एक व्यक्ति ने सांप के काटने की वजह से दम तोड़ दिया।
इन सभी मामलों में एंटी स्नेक वैनम इंजेक्शन लगाने में हुई देरी की वजह से सर्पदंश का शिकार हुए लोगों की जान नहीं बचाई जा सकी। विधानसभा के विधायक केवल पठानिया ने प्रदेश में पीएचसी में एंटी स्नेक वैनम इंजेक्शन मुहैया करवाने और एंबुलेंस 108 में भी इसकी व्यवस्था करने का आह्वान किया था। इस सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया है कि सांप के काटने से होने वाली मौत के आंकड़ों को कम करने के लिए राज्य सरकार एंटी स्नेक वैनम इंजेक्शन को पीएचसी और सीएचसी के अलावा एंबुलेंस में भी उपलब्ध करवाएगी। सांप काटने के बाद 517 लोगों को अस्पताल लाया था। इनमें से 25 की जान नहीं बचाई जा सकी।
प्रदेश में बढ़ रहा मौत का आंकड़ा
मानसून में अब तक प्रदेश में हुई मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है। सबसे ज्यादा मौतें पेड़ से गिरने, डूबने, बादल फटने, सांप के काटने और फ्लैश फ्लड की वजह से हुई हैं। मौतों का यह आंकड़ा आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से राज्य सरकार तक पहुंचा है।
हादसे की वजह मौतें
पेड़ से गिरकर 38
डूबकर 26
सर्पदंश 25
बादल फटने 23
करंट 15
फ्लैश फ्लड 08
भूस्खलन 06
आसमानी बिजली 01
अन्य 09
एंटी स्नेक वैनम पर सरकार गंभीर
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा है कि मौत के आंकड़ों को कम करने के लिए सरकार एंटी स्नेक वैनम इंजेक्शन को पीएचसी और सीएचसी के अलावा एंबुलेंस में भी उपलब्ध करवाएगी ताकि ऐसे हादसों को रोका जा सके। विपक्ष के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया है कि सांप के काटने से किसी की मौत होती है, लेकिन जानकारी के अभाव में परिजन मेडिकल नहीं करवाते हैं, तो भी प्रधान की रिपोर्ट के आधार पर इसे पुष्टि मानते हुए मृतक के परिजनों को भी चार लाख रुपए की राशि का प्रावधान किया जाएगा।