पीजी की तीसरी मंजिल से गिरे छात्र की मौत पर हंगामा

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हमीरपुर की एक अकादमी में जेईई की ट्रेनिंग ले रहा था छात्र , परिजनों ने पीजी प्रबंधन पर लगाए गंभीर आरोप

इतनी ऊंचाई से गिरने पर भी शरीर से नहीं निकला खून, पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की जांच

आवाज जनादेश/न्यूज ब्यूरो शिमला

शहर के एक पीजी की तीसरी मंजिल से गिरने से रविवार रात को एक छात्र की मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने हंगामा करते हुए पीजी प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाए। प्राप्त जानकारी के अनुसार एक अकादमी में जेईई की कोचिंग ले रहा यह छात्र महज 16 साल का था। रविवार देर रात उसके गिरने की जानकारी पीजी प्रबंधन की तरफ से परिजनों को दी गई, जिससे परिजनों के होश उड़ गए। रात के समय ही पीजी प्रबंधन ने छात्र को उपचार के लिए मेडिकल कालेज हमीरपुर पहुंचाया। जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बेटे की मौत के बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। परिजनों ने पीजी प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाए। सोमवार को काफी समय तक परिजनों ने पुलिस थाना हमीरपुर में अपना विरोध जताया। इस दौरान परिजन पीजी प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगा रहे थे तथा कार्रवाई की मांग कर रहे थे। मृतक आर्यव निवासी हटवाड़ जिला बिलासपुर का रहने वाला था। उसके पिता ने बताया कि रविवार रात 11 बजकर 47 मिनट पर पीजी प्रबंधन की तरफ से फोन आया कि आपका बेटा तीसरी मंजिल से कूद गया है। मृतक के पिता ने बताया कि उसकी जब पहले बेटे से बात हुई थी, तो उसने बताया था कि पीजी में खाने का सिस्टम सही नहीं है। इसे लेकर इसके साथ मारपीट भी की गई है। परिजनों का आरोप है कि हो सकता है कि रविवार रात के समय भी मारपीट की गई हो। परिजनों का यह भी कहना था कि उनका बेटा तीसरी मंजिल से गिरा, लेकिन उसके शरीर से खून का एक कतरा तक नहीं बहा था।

शरीर की हड्डियां कई जगहों से फ्रेक्चर थीं। परिजन पीजी प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। कई घंटों तक परिजनों का विरोध पुलिस थाना हमीरपुर में जारी रहा। परिजन शव को ले जाने से पहले पीजी प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। पुलिस उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद परिजनों को समझाया गया तथा उचित कानूनी कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया गया। उच्चाधिकारियों से मिले आश्वासन के बाद पोस्टमार्टम के उपरांत परिजन शव को लेकर घर लौटे। मृतक अपने माता-पिता का एक ही बेटा था, उसकी एक बहन बताई जा रही है। बेटे की मृत्यु हो जाने से परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिजन बेटे को बेहतर कोचिंग देकर काबिल इनसान बनाना चाहते थे। इसी के चलते हमीरपुर के नामी कोचिंग संस्थान में इसकी एडमिशन करवाई गई थी। उधर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हमीरपुर राजेश कुमार ने बताया कि पीजी के भवन से गिरकर एक युवक की मौत हुई है। परिजनों ने कई आरोप पीजी प्रबंधन पर लगाए हैं। मामले में पुलिस हरेक पहलू से जांच कर रही है। पीजी प्रबंधन से भी मामले में पूछताछ की जाएगी। पोस्टमार्टम के उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया गया है तथा आगामी छानबीन की जा रही है।

फोरेंसिक टीम ने मौके से जुटाए साक्ष्य

पीजी की तीसरी मंजिल से गिरने से हुई छात्र की मौत के मामले में फोरेंसिंक टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं। परिजनों द्वारा पीजी प्रबंधन पर लगाए गए गंभीर अरोपों के बाद फोरेसिंक टीम को भी मामले की जांच को बुलाया गया था।

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