कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अतुल लोंढे का सवाल
आवाज जनादेश/न्यूज ब्यूरो शिमला
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता महाराष्ट्र कांग्रेस के महासचिव अतुल लोंढे पाटिल ने कहा है कि अडानी और सेबी की कथित आर्थिक अनिमितताओं की जेपीसी जांच होनी चाहिए। केंद्र सरकार इस जांच से घबरा रही है। उन्होंने कहा है कि देश जानना चाहता है कि केंद्र की मोदी सरकार अडानी पर इतनी मेहरबान क्यों है। अतुल लोंढे पाटिल शुक्रवार को शिमला में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि वित्त सेक्टर पर निगरानी रखने वाली सर्वोच्च संस्था सेबी की साख को भी दांव पर लगा दिया है। उन्होंने कहा कि सेबी प्रमुख ने जिस प्रकार से लाखो शेयर निवेशकों को नुकसान पहुंचा कर अडानी को लाभ पहुंचाया है, वह बहुत ही गंभीर मामला है। इसलिए सेबी के अध्यक्ष को उनके पद से हटा कर इसकी जांच बहुत ही जरूरी है।
बोले, नियमों के खिलाफ जाकर अडानी को बेची जा रही देश की संपत्ति
श्री पाटिल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर आरोप लगाया कि नियमों को ताक पर रख कर देश की संपत्तियां अडानी को बेची जा रही है। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट से लेकर पोर्ट तक अडानी को दिए जा रहे हैं। नीति आयोग व वित्त मंत्रालय की आपत्तियों के बावजूद छह एयरपोर्ट अडानी को सौंपे गए हैं। इसके अलावा किसी भी प्रतिस्पर्धा बोली में शामिल हुए बगैर निजी बंदरगाह के मालिकों पर सरकारी छापों की मदद से अडानी देश के सबसे बड़े बंदरगाह ऑपरेटर बन गए हैं। श्री पाटिल ने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में पूंजी बाजार के अडानी स्टॉक हेराफेरी, लेखांकन धोखाधड़ी को इंगित करता है और यह हिमशैल का सिरा है। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संसद में सरकार से पूछा था कि सेबी अध्यक्ष माधवी पुरी ने आरोपों के बाद पद क्यों नही छोड़ा, दूसरा यदि निवेशक अपनी गाढ़ी कमाई खो देते हैं, तो वह किसे जवाबदेह ठहराएंगे। इसका केंद्र ने कोई भी जवाब नहीं दिया।