हरदीप का शव घर पहुंचते ही बेहोश हो गई पत्नी, नगरोटा सूरियां श्मशानघाट पर किया अंतिम संस्कार
आवाज जनादेश/न्यूज ब्यूरो शिमला
रक्षाबंधन पर हरदीप का शव जैसे ही घर पहुंचा, तो पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। गमगीन में माहौल में बहनों ने राखी बांधकर अपने भाई को अंतिम विदाई दी। बता दें कि रामपुर समेज 31 जुलाई को बादल फटने से नगरोटा सूरियां का हरदीप सिंह लापता हो गया था, जो कि वहां पर ग्रीन को प्राइवेट कंपनी एसेट हाइड्रो प्रोजेक्ट में मैनेजर के रूप में कार्य करता था। 17 दिन के बाद डीएनए टेस्ट के बाद हरदीप की पहचान हुई थी।
सोमवार को जैसे ही हरदीप का शव घर पहुंचा, तो पत्नी बेहोश हो गई और बूढ़े मां-बाप के आंसू सूख चुके थे, क्योंकि उनका एक ही बेटा था और घर का पालन-पोषण भी उसी के सहारा चल रहा था, पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। हरदीप का नगरोटा सूरियां में श्मशानघाट पर पूरे हिंदू रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया गया। 13 वर्षीय बेटे अभिजीत सिंह ने पिता को मुखाग्निी दी। अंतिम संस्कार में अंतिम संस्कार के दौरान भाजपा नेता संजय गुलेरिया, पंचायत प्रधान जीएस बेदी, प्रधान करण पठानिया सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।