आवाज जनादेश/न्यूज ब्यूरो शिमला
प्राकृतिक आपदा के 12 वें दिन एक बार फिर बागीपुल समेत दर्जनों गांव मुख्य सड़क मार्ग से जुड़ गए हैं। करीब 6 दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद लोक निर्माण विभाग के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विंग के दक्ष कर्मचारियों और अधिकारियों ने इस वैली ब्रिज को रिकॉर्ड समय के भीतर पूरा किया है। अब आज यानी सोमवार सुबह से इस ब्रिज से वाहनों की आवाजाही शुरू हो चुकी है।
हालांकि PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह आज खुद बागीपुल पहुंचकर पुल का शिलान्यास करेंगे लेकिन लोगों को हो रही असुविधा के चलते इस पुल पर फिलहाल वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी है।
31 जुलाई की रात को श्रीखंड में भारी बारिश के चलते बादल फटने की घटना हुई थी जिसमें बागीपुल, समेज और केदस समेत आधा दर्जन पुल बह गए थे। इस प्राकृतिक आपदा में 43 लोग लापता हो गए थे जिनकी तलाश अब भी जारी है। हालांकि सर्च अभियान टीम को 15 शव विभिन्न जगहों से बरामद हुए हैं। लेकिन अभी भी 28 लापता लोगों की तलाशी अभियान जारी है।
उधर, मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने वैली ब्रिज का कार्य करने वाली पूरी टीम की खूब सराहना की है ।उन्होंने कहा कि टीम के सभी सदस्यों ने काबिलेतारीफ काम किया है जिसके चलते बागीपुल क्षेत्र की करीब 11 पंचायतें मुख्य सड़क मार्ग से जुड़ गई हैं।
मंत्री ने PWD विभाग के मैकेनिकल सहायक अभियंता भीम सेन नेगी को इसका सारा श्रेय दिया है जिनके नेतृत्व में ज़िला कुल्लू के बाग़ीपुल और केदस में दिन रात यह और इनके साथी वैली ब्रिज बनाने का कार्य कर रहें हैं।एक ओर जहां अब सेब सीजन शुरू होने वाला है ऐसे में पुल के दोनों छोर जुड़ जाने से बागवानों ने भी राहत की सांस ली है।