कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर रेलवे बोर्ड की टीम ने ट्रेन सेट के सफल ट्रायल कर लिए हैं। खास बात यह है कि ट्रेन सेट कालका से शिमला तक पांच घंटे में पहुंचा था।
आवाज जनादेश/न्यूज ब्यूरो शिमला
विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर पर्यटक जल्द ही सेल्फ प्रोपेल्ट हाइड्रोलिक मल्टीपल यूनिट (ट्रेन सेट) का लुत्फ उठा सकेंगे। इसके लिए रेलवे बोर्ड की टीम ने ट्रेन सेट के सफल ट्रायल कर लिए हैं। ट्रायल की रिपोर्ट रेल मंडल अंबाला की ओर से मंत्रालय को भी दी है। बताया जा रहा है कि आगामी रेल मंडल अंबाला फिर कुछ ट्रायल करेगा। इसके बाद ट्रेन सेट की सौगात पर्यटकों को मिलेगी।
अभी बोर्ड की ओर से इसका किराया भी निर्धारित होगा। खास बात यह है कि ट्रेन सेट में आधुनिक इनबिल्ट इंजन बनाया गया है। खामियों को दूर करने के बाद ट्रेन सेट के चार ट्रायल किए थे। यह ट्रायल पूरी तरह से सफल रहे हैं। खास बात यह है कि ट्रेन सेट कालका से शिमला तक पांच घंटे में पहुंचा था। पैसेंजर ट्रेन में कालका से शिमला के लिए पांच से साढ़े छह घंटे का समय लग जाता है।
एक वर्ष से ट्रेन सेट के लगभग 10 ट्रायल हो गए हैं। इसमें कुछ ट्रायल इंजन में तकनीकी खराबी और गर्म हो जाने के कारण फेल हो गए थे, लेकिन बोर्ड ने ट्रायल के लगातार प्रयास किए पहले ट्रेन कोटी तक पहुंचाई। इसके बाद धर्मपुर और सोलन पहुंचाई थी। इसके बाद शिमला का भी एक ट्रायल हुआ था लेकिन इसके बाद मई में फिर ट्रायल करवाया गया जो फेल हो गया। कारण कोटी की चढ़ाई ट्रेन सेट नहीं चढ़ पाया। इसके बाद इसे अपग्रेड किया गया और अब ट्रायल किया गया। जो सफल रहा। लोगों को सुविधा देने से पहले कोई दिक्कत न आए इस बात को ध्यान में रखकर बोर्ड ट्रायल किया।
60 यात्री कर पाएंगे सफर
ट्रेन सेट में तीन कोच लगे हैं। इसमें प्रति कोच 60 यात्री बैठ सकेंगे। इस ट्रेन सेट को इंजन रहित ट्रेन भी कहते हैं। यात्री गाड़ी से उतरे बिना ही एक कोच से दूसरे में जा सकते हैं। वहीं बाहरी तरफ से बोगियों में पहाड़ समेत अन्य डिजाइन से बेहतर बनाया गया है।
ट्रेन सेट के पिछले दिनों चार सफल ट्रायल हुए हैं। इसकी रिपोर्ट
भेजी गई है। जल्द ही पर्यटकों को ट्रेन सेट की सुविधा दी जाएगी।