संसद में विपक्ष पर बरसे रेल मंत्री वैष्णव ने पूछा, सत्ता में रहते हुए 58 साल में क्या किया
आवाज जनादेश / न्यूज ब्यूरो शिमला
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को कहा कि हम केवल रील बनाने वाले नहीं, काम करने वाले लोग हैं। रेल हादसों को लेकर विपक्ष के हंगामे पर नाराजगी जताते हुए अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जो लोग यहां चिल्ला रहे हैं, उनसे पूछा जाना चाहिए कि सत्ता में रहते हुए 58 साल में वे एक किलोमीटर भी ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (एटीपी) क्यों नहीं लगा पाए। संसद में बोलते समय विपक्षी सांसदों के हंगामे से रेल मंत्री नाराज हो गए। इस दौरान विपक्ष के सांसदों से भडक़ते हुए बैठने को कहा।
उन्होंने हंगामा करते हुए विपक्षा सांसदों से कहा कि चुप, बैठ जाइए। बैठिए। कुछ भी बोलते हैं। इसके बाद उन्होंने चेयर को संबोधित करते हुए कहा कि ये क्या तरीका है, कुछ भी बीच में बोल देते हैं। रेल मंत्री ने कहा कि आज ये सवाल उठाने की हिम्मत कर रहे हैं, जब ममता बनर्जी रेल मंत्री थीं, तो हादसा आंकड़ा 0.24 से घटकर 0.19 हो जाने पर ये लोग सदन में ताली बजाते थे और आज जब ये 0.19 से घटकर 0.03 हो गया तो ये इस तरह का दोष लगाते हैं। अश्विनी वैष्णव ने स्पीकर से पूछा कि क्या ये देश ऐसे चलेगा?
श्रम बल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मंडविया ने गुरुवार को राज्यसभा में कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पिछले एक दशक से महिला श्रमबल को बढ़ाने पर काम कर रही है और इसी का परिणाम है कि अब इसमें वृद्धि हो रही है। श्री मांडविया ने प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा कि मोदी सरकार को जो विरासत में मिला था, उसको बदलने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में श्रमबल में महिलाओं की हिस्सेदारी 25 प्रतिशत थी, जो अब बढक़र 41 प्रतिशत हो गई है।