आवाज जनादेश / न्यूज ब्यूरो शिमला
रक्कड़ (कांगड़ा)। प्राचीन ऐतिहासिक मंदिर श्री कालीनाथ कालेश्वर महादेव के नजदीक ब्यास नदी पूरी तरह उफान पर है। वीरवार को ब्यास नदी का रौद्र रूप नजर आया। ब्यास के पानी का स्तर बढ़ने से कालेश्वर मंदिर को नुकसान पहुंच सकता है। पिछली बरसात में ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने से करीब तीन से चार फीट तक पानी मंदिर के अंदर तक पहुंच गया था। फलस्वरूप पंचतीर्थी सरोवर भी ब्यास के पानी में डूब गया था।
रक्कड़ (कांगड़ा)। प्राचीन ऐतिहासिक मंदिर श्री कालीनाथ कालेश्वर महादेव के नजदीक ब्यास नदी पूरी तरह उफान पर है। वीरवार को ब्यास नदी का रौद्र रूप नजर आया। ब्यास के पानी का स्तर बढ़ने से कालेश्वर मंदिर को नुकसान पहुंच सकता है। पिछली बरसात में ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने से करीब तीन से चार फीट तक पानी मंदिर के अंदर तक पहुंच गया था। फलस्वरूप पंचतीर्थी सरोवर भी ब्यास के पानी में डूब गया था।