आवाज जनादेश/शिमला :
रूस और यूक्रेन में बढ़ते तनाव और रूस द्वारा यूक्रेन में लगातार की जा रही सैन्य कार्यवाही ने देश व दुनिया की चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में प्रदेश की राजधानी के वो परिजन भी खासे परेशान है जिनके बच्चे पढ़ाई के लिए यूक्रेन में रह रहे है अगर बात की जाए तो सरकार द्वारा शुरू की गई हेल्पलाइन पर करीब 60 लोगों ने मदद के लिए गुहार लगाई है। वही इस उम्मीद के साथ कि सरकार जल्द ही कोई रास्ता निकालेगी बच्चों की घर वापसी के लिए प्रकाश चंदेल,कांता चंदेल भी आज विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री से गुहार लगाने विधान सभा पंहुचे।
प्रकाश चंदेल ने बताया कि उनका बेटा कुनाल बीते 5 सालों से यूक्रेन में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहा है औऱ इस तरह की माहौल के बीच उन लोगों की रातों की नींद तक उड़ गई है। प्रकाश चंदेल ने बताया कि वो अपने परिवार के साथ घनाहटी में रहते है कुनाल के इलावा उनका एक और बेटा है जो हिमाचल विश्वविद्यालय से एमबीए की पढ़ाई कर रहा है।
उन्होंने बताया कि अभी तक कुनाल से बात हो रही है लेकिन जिस तरह का माहौल बना हुआ है उसने हमारी रातों की नींद उड़ा दी है,चंदेल ने बताया कि बेटे ने बताया कि अब वहां एटीएम सेवा भी पूरी तरह बंद हो गई है। उन्हें डर है कि आने वाले समय मे और ना जाने क्या होगा। हम सरकार से अपने बच्चे की घर वापसी को लेकर उचित कदम उठाने की मांग की है।
दूसरी ओर प्राप्त जानकारी अनुसार उपमंडल चौपाल क्षेत्र के तीन लड़कियां व एक लड़का यूक्रेन में फंसे थे । जिन में से चौपाल के गांव शंठा की रहने वाली एक लड़की शिमला पहुंच चुकी है,तथा दो लड़कियां व एक लड़का अभी भी यूक्रेन में अलग अलग जगह पर सुरक्षित स्थानों पर है । इन सब के परिजनों से अभी भी इनका सम्पर्क हो रहा है । अभिभावकों ने सरकार मांग की है की जल्दी उचित कदम उठाए।