प्रदेश के स्कूलों में छात्रों को रोजगार से जोडऩे के मकसद से अब वोकेशनल एजुकेशन पर खास तौर से फोकस किया जा रहा है। समग्र शिक्षा विभाग ने इसमें अब 97 नए स्कूलों को शामिल किया है जिसमें अब छात्र विभिन्न तरह की व्यावसायिक एजुकेशन की बारीकियां सीखेंगे। अभी तक प्रदेश के 1003 स्कूलों में छात्रों को व्यावसायिक शिक्षा दी जा रही है, लेकिन अब इस साल के लिए इसमें 97 नए स्कूलों को शामिल किया गया है। इन स्कूलों में छात्र विभिन्न ट्रैडज जिनमें भी वे रुचि रखते हैं उसको शामिल किया गया है। इसमें हैल्थ एंड केयर, इलेक्ट्रॉनिक, ब्यूटी वैलनेस, टेलीकॉम जैसे ट्रैडज में छात्र विभिन्न तरह के कोर्स कर रहे हैं। इसके लिए समग्र शिक्षा अभियान ग्रांट भी जारी कर रहा है।
गौर रहे कि केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत अब वोकेशनल एजुकेशन पर जोर दिया गया है और अब छठीं कक्षा से व्यावसायिक शिक्षा को शुरू किया जा रहा है। अगले वर्ष से इस पर काम शुरू होगा। इसका मकसद यह है कि छात्रों के लिए ऐसे कोर्स शुरू किए जाए ताकि वे पढ़ाई के साथ-साथ अपने कौशल को भी बढ़ावा दे सके। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से ग्रांट भी जारी की गई है। अभी नौवीं से जमा दो कक्षा तक यह विषय पढ़ाया जा रहा है। अगले शैक्षणिक सत्र में छठी कक्षा से व्यावसायिक शिक्षा शुरू करने के प्रयास किए जाएंगे। शिक्षा मंत्री ने भी व्यावसायिक प्रशिक्षण को और अधिक नवाचार आधारित बनाने के निर्देश दिए हैं ।
किस जिला में कितने स्कूल
समग्र शिक्षा विभाग की तरह से जिन नए स्कूलों को शामिल किया गया है उसमें लगभग सभी जिलों के स्कूलों को कवर किया गया है। यही नहीं इसमें बच्चों की एनरोलमेंट भी सौ फीसदी है। इसके साथ ही इसमें बिलासपुर के पांच, चंबा के तीन, हमीरपुर के दस, कांगड़ा के 20, कुल्लू के चार, मंडी के 23, शिमला के चार, सिरमौर से आठ, सोलन से 11 और ऊना से आठ स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा को शुरू किया गया है। शिक्षा विभाग का प्रयास है कि आने वाले समय में इसमें अब प्राइवेट स्कूलों को भी जोड़ा जाएगा।