हिमाचल प्रदेश की पंचायतों में 15 और 26 नवंबर को विशेष ग्रामसभाएं होंगी। इनमें प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज का सौ फीसदी लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रस्ताव पारित किए जाएंगे। दूसरी डोज लगाने का निर्धारित लक्ष्य समय पर हासिल करने के लिए पंचायत प्रधानों की अध्यक्षता में टीमें गठित की गई हैं। उपप्रधानों को टीम का सह अध्यक्ष, पंचायत सचिव सदस्य, सभी वार्ड मेंबर, आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को टीम का सदस्य बनाया गया है।
स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने बताया कि पंचायत स्तर पर गठित ये टीमें अपनी-अपनी पंचायतों में कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक लगवाने के लिए पात्र लाभार्थियों को पंचायत के परिवार रजिस्टर के अनुसार चिह्नित कर उन्हें टीकाकरण के लिए प्रेरित करेंगी। ऐसे पात्र लाभार्थियों को भी ये टीमें चिह्नित करेंगी, जो पंचायत क्षेत्र में रह रहे हैं।
कोरोना टीकाकरण के लिए पंचायतों में गठित टीमें अपने-अपने क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों की मदद ले सकती हैं। टीमों की ओर से तैयार सूचियां सभी सदस्यों की ओर से हस्ताक्षरित होंगी। सभी पंचायतों को 15 नवंबर को प्रस्तावित ग्रामसभा में शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने का प्रस्ताव पारित करना होगा। सभी पंचायतों में 26 नवंबर की ग्रामसभा में 100 प्रतिशत टीकाकरण के संबंध में प्रस्ताव पारित किए जाएंगे।
दूसरी डोज का लक्ष्य पूरा करने के लिए सीएम, मंत्री संभालेंगे मोर्चा
कोरोना की दूसरी डोज का लक्ष्य पूरा करने को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और उनके मंत्री भी स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ मोर्चा संभालेंगे। विधायकों को भी फील्ड में उतरना होगा। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को उपायुक्तों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से प्रदेश में कोविड-19 स्थिति की समीक्षा भी की। इसमें तय हुआ कि 15 और 26 नवंबर को होने वाली ग्राम सभाओं के लिए नेताओं की ड्यूटियां लगाई जाएंगी।
हिमाचल में 72 फीसदी वैक्सीन का टारगेट पूरा हो चुका है। 30 नवंबर को सौ फीसदी टारगेट पूरा करने का लक्ष्य रखा है। इसके चलते यह फैसला लिया गया है। बुजुर्गों को घर-घर जाकर वैक्सीन लगाई जानी है। प्रदेश के बर्फीले क्षेत्रों में वैक्सीन लगाने के लिए टीमें भेज दी गई है।
17 विद्यार्थियों समेत प्रदेश में 112 पॉजिटिव, 3 मौतें
हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार को सरकारी स्कूलों के 17 विद्यार्थियों समेत प्रदेश भर में 112 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए, जबकि कांगड़ा जिले में तीन मरीजों की मौत हो गई। जिला कांगड़ा में सात विद्यार्थी, बिलासपुर जिले में तीन, जिला ऊना में चार और सोलन जिले में तीन विद्यार्थी संक्रमित पाए गए हैं।
अब होम आइसोलेट नहीं, अस्पतालों में भर्ती होंगे कोरोना मरीज
हिमाचल प्रदेश में अब होम आइसोलेट की बजाय कोरोना संक्रमित गंभीर रोगियों को अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। प्रदेश में कोरोना से बढ़ रही मौतों पर अंकुश लगाने के लिए यह निर्णय लिया गया है। सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया है। विभाग से मौतों का ऑडिट करने के लिए कहा गया है।
स्वास्थ्य और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लोगों के घर-घर जाकर सर्दी-खांसी और बुखार से पीड़ित लोगों की रिपोर्ट सरकार को देंगे। इसके अलावा कोरोना पॉजिटिव मरीजों की स्थिति की जानकारी प्रतिदिन सीएमओ कार्यालय में देनी होगी। अस्पतालों में वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक को भी वार्ड आरक्षित करने के लिए कहा गया है।
हिमाचल में बीते दस दिनों में कोरोना से करीब 50 लोगों की मौत हो चुकी है। हर दूसरे दिन चार से पांच संक्रमित दम तोड़ रहे हैं। बीते वीरवार को एक साथ 10 लोगों की मौत का आंकड़ा सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग के हाथ पांव फूल गए। इसके चलते सरकार ने विभाग को अलर्ट किया है।
शुक्रवार को स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने सीएमओ से इस मामले में चर्चा की। उल्लेखनीय है कि हिमाचल में प्रतिदिन कोरोना के डेढ़ सौ नए मामले पंजीकृत हो रहे है, लेकिन मौतों का सिलसिला न रुकने से यह स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।