शिमला। Himachal BJP Meeting, उपचुनाव के बाद भाजपा में सर्जरी की तैयारी शुरू हो गई है। इसके मुताबिक पार्टी में एक व्यक्ति को एक पद देने के सिद्धांत पर भी विचार चल रहा है। इसके लागू होते ही पार्टी में उपाध्यक्ष, सचिव, महामंत्री से लेकर कई नेता ऐसे हैं, जिन्हें संगठन से हटाया जाएगा। इनमें से अधिकतर नेता प्रदेश सरकार में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष पद पर भी तैनात हैैं, इसलिए इन नेताओं को संगठन से भारमुक्त कर दिया जाएगा। सूत्र बताते हैं कि पार्टी में कई नेताओं को बहुत अधिक महत्व देने और कुछ की सीधे तौर पर अनदेखी करने का मामला भी हाईकमान के पास पहुंचा है, इसलिए पार्टी में इस सिद्धांत को लागू कर कई नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।
भाजपा में लंबे समय से हिमाचल में एक धड़ा अपनी अनदेखी का मामला उठाता रहा है। प्रदेश भाजपा में दो दशक तक सक्रिय रहे कई नेता चार साल सरकार और संगठन दोनों जगह कहीं भी नहीं दिखे। उम्मीद लगाई जा रही है कि अब ऐसे नेताओं को संगठन में स्थान दिया जा सकता है ताकि हिमाचल भाजपा के सभी नेताओं के बीच में एक संतुलन बनाया जा सके। सूत्र बताते हैं कि 22 नवंबर से पहले होने वाली पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में इस पर चर्चा होगी।
इसके बाद एक पूरी रिपोर्ट तैयार करके हाईकमान को भेजी जाएगी। हाईकमान की ओर से इसी रिपोर्ट के आधार पर आगामी कई फैसले किए जाने प्रस्तावित हैं। प्रदेश में हुए उपचुनाव में पार्टी की हार के बाद से सरकार और संगठन में बदलाव की बात लगातार उठ रही है, लेकिन यह कब तक होगा इस पर कोई भी खुलकर कहने के लिए तैयार नहीं, हालांकि यह तय माना जा रहा है कि उपचुनाव के बाद हाईकमान किसी न किसी रूप में सर्जरी कर एक संकेत देना चाहेगा कि भाजपा में निष्क्रिय रहना किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। भले ही वे सरकार का हिस्सा हो या फिर संगठन का, इसलिए आगामी चुनाव तक पार्टी के हर कार्यकर्ता को सक्रिय करने के लिए हाईकमान इस तरह का संकेत देने के लिए पूरी तैयारी में लगा है।