आवाज जनादेश 4 जुलाई बता दे कि चद्रग्रहण 5 जुलाई को साल का तीसरा चंद्र ग्रहण लग रहा है . यह उपछाया चंद्रग्रहण है. उपच्छाया चंद्र ग्रहण तब होता है जब परिक्रमा करते हुए पृथ्वी की छाया वाले क्षेत्र में चंद्रमा आ जाता है. जिससे चंद्रमा पर पड़ने वाली सूर्य की रोशनी कुछ कटी हुई सी प्रतीत होती है. इस ग्रहण को ही उपच्छाया चंद्र ग्रहण कहा जाता है. इस बार चंद्र ग्रहण से पहले सूतक काल नहीं लगेगा. यह चंद्र ग्रहण दक्षिण एशिया के कुछ हिस्से, अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में देखा जा सकेगा. उपछाया चंद्रग्रहण होने की वजह से इसे भारत में नहीं देखा जा सकेगा. इस उपछाया चंद्रग्रहण के अधिकतम चरण के दौरान, उत्तर अमेरिका, दक्षिण अमेरिका और अफ्रीका में सामान्य पूर्णिमा की तुलना में चंद्र पूर्ण चंद्रग्रहण ज्यादा गहरा दिखाई देगा. इस चंद्रग्रहण को पूरे 2 घंटे 45 मिनट तक देखा जा सकेगा.उपछाया चंद्र ग्रहण 5 जुलाई 2020 को सुबह 8 बजकर 37 मिनट पर लगेगा. इसके बाद यह 9 बजकर 59 मिनट पर यह अपने चरम प्रभाव में होगा और सुबह 11 बजकर 22 मिनट पर इसका समापन हो जाएगा. पौराणिक शास्त्रों में, उपच्छाया चंद्र ग्रहण को ग्रहण ही मान्यता नहीं दी गई है. यही वजह है कि ग्रहण लगने के बावजूद इसका सूतक मान्य नहीं होता है.
कल 5 जुलाई को साल का तीसरा और सबसे बड़ा चंद्र ग्रहण लगेगा
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