न नारी प्रधानता न पुरुष प्रधानता, समाज में चाहिए समानता
आवाज़ जनादेश/आनी चमन शर्मा – महिला के बराबरी के हक को समाज को समझना होगी, इसके बिना किसी समाज में समानता की स्थापना करना मुश्किल होगा। समाज न तो पुरुष प्रधान होना चाहिए न ही महिला प्रधान बल्कि समाज सभी के लिए समान होना चाहिए। ये बात आनी के एसडीएम चेत सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आनी में महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के पीछे यही मकसद है कि समाज में पुरुष और महिला के बीच जो गैर बराबरी की खाई है उसे पाटा जा सके और लैंगिग समानता की स्थापना की जा सके। वहीं इस मौके पर आनी की सीडीपीओ विपाशा भाटिया ने कहा कि अभी भी समाज में किसी न किसी रूप में भेदभाव मौजूद है, इसे दूर करने के लिए महिला दिवस पर यह संदेश देना जरूरी है कि महिला सिर्फ आधी आबादी नहीं है बल्कि एक इंसान होने के नाते वह बराबरी का हक रखती है।
कार्यक्रम के मौके पर, सरस्वती विद्या मंदिर आनी, आंगनबाड़ी के बच्चों, कार्यकर्ताओं, स्कूल-कॉलेज की छात्राओं ने अपनी प्रस्तुति दी। इस दौरान शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए इशिता शर्मा, दिक्षित शर्मा, ऊषा, मोहिनी ठाकुर, रीम्पिका शर्मा, पल्लवी शर्मा, जानवी, स्नेहा ठाकुर को सम्मानित किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नूरमा देवी, स्नेह लता, पिंगला देवी के साथ आंगनबाड़ी सहायिका चमकू देवी, किस्ना देवी, दूली देवी के साथ सुपरवाइजर स्नेह लता ठाकुर, मंजुला श्रमा, जितेंद्रा आनंद, सरोजनी चौहान, और मीना राम ठाकुर को भी महिला सश्क्तिकरण के लिए सम्मानित किया गया। विशिष्ठ अतिथि के तौर पर बीडीसी अध्यक्षा अंजना भारती, महिला कल्याण बोर्ड की सदस्या शशी मल्होत्रा को भी विशेष तौर पर सम्मानित किया गया। सशक्त महिला योजना के तहत हर पंचायत के सख्त महिला केंद्र को सरकार की तरफ से इस मौके पर उपहार दिए गए। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारियों सहित कई महिला मंडल भी शामिल हुए।
महिला के बराबरी के हक को समझना जरूरी-चेत सिंह
Date: