अजय डिम्पा
केजरीवाल सरकार ने एक बार फिर अपनी राजनीति की चौसर की पारी सजा डाली है जिसमे केजरीवाल एक बार फिर सरकार बनाने जा रहे है । अब तो जो एग्जिट पोल के सर्वे सामने आए है वो केजरीवाल के लिए संजीवनी बूटी का काम कर रहे है । अगर केजरीवाल सरकार बनाते है तो इससे भाजपा को सबसे बड़ा झटका लगेगा क्योंकि भाजपा ने अपने सांसद , विभिन प्रांतो के CM, विधायक, सहित तमाम संगठन चुनावी मैदान में उतारे है इस सूरत में भी BJP को दिल्ली में सता न मिल पाने का झटका लगता है तो वो भाजपा को सोचने पर मजबूर कर सकता है । रही कांग्रेस की बात तो कांग्रेस भी दिल्ली चुनावो में खुब डटी रही अपने बड़े नेताओं से लेकर तमाम नेता कार्यकर्ता प्रचार में रहे कांग्रेस के पक्ष में सर्वे नही आये है केवल एक सर्वे ने 3 सीट कांग्रेस को मिलने के संकेत दिए है अगर कांग्रेस फिर से ज़ीरो पर सिमती है तो कांग्रेस को आगामी समय मे भी मुश्किल हो सकती है । कांग्रेस के नेता कांग्रेस को कैसे जिताया जाए सही प्रकार की रणनीति ही नही बना पाते है ।दिल्ली विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी की बड़ी जीत की भविष्यवाणी के बाद कई बीजेपी नेताओं ने कहा कि अतीत में एग्जिट पोल गलत साबित होते रहे हैं, इसलिए अंतिम नतीजे आने तक 11 फरवरी का इंतजार करेंगे। एग्जिट पोल में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नेतृत्व वाली ‘आप’ को बहुमत मिलता हुआ दिखाया गया है। इसमें विधानसभा की 70 सीटों में से ‘आप’ को 47 सीटों (टाइम्स नाउ-आईपीएसओएस) से लेकर 68 सीट (इंडिया टुडे-एक्सिस पोल) तक का अनुमान लगाया गया है।अधिकतर एग्जिट पोल में पिछले विधानसभा चुनावों की तुलना में बीजेपी की स्थिति बेहतर बताई गई है। पिछले दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी सिर्फ तीन सीट पर सिमट कर रह गई थी। सबसे कम 2 सीट (इंडिया टुडे-एक्सिस) और सबसे अधिक 23 (टाइम्स नाउ-आईपीएसओएस) की संभावना जताई गई है। सभी एग्जिट पोल में कांग्रेस को तीसरे नंबर पर रहने की उम्मीद जताई गई है। दो एग्जिट पोल में कांग्रेस को एक भी सीट मिलती हुई नहीं दिखाई गई है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे 11 फरवरी को आएंगे।