चुराह हलचल /ब्यूरो चम्बा
विकास खंड चंबा के तहत ग्राम पंचायत पल्यूर में चार लाख रुपये से बने खेल मैदान पर एक व्यक्ति ने गेहूं की फसल उगा डाली। *जबकि पंचायत प्रधान ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। इसको लेकर शिकायत के बाद उपायुक्त चंबा विवेक भाटिया ने पंचायत प्रधान को नोटिस जारी किया है।* प्रधान के खिलाफ की गई शिकायत की जांच खंड विकास अधिकारी चंबा ने की।
जांच रिपोर्ट की समीक्षा के बाद प्रधान के विरुद्ध लगाए आरोप प्रथम दृष्टि प्रमाणित हुए हैं। खंड विकास अधिकारी चंबा की रिपोर्ट के आधार पर अब उपायुक्त चंबा विवेक भाटिया ने प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। प्रधान को नोटिस मिलने के 10 दिनों के भीतर खंड विकास अधिकारी चंबा के माध्यम से जवाब देना होगा।
जानकारी के अनुसार पल्यूर पंचायत के नैहणूई की एसटी बस्ती में खेल मैदान का निर्माण किया गया। इस निर्माण कार्य पर चार लाख रुपये की राशि खर्च हुई। मगरखेल मैदान पर एक स्थानीय व्यक्ति ने गेहूं की खेती कर दी। इसके बावजूद पंचायत प्रधान ने खेल मैदान पर खेती करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई नहीं की।
दूसरा आरोप पंचायत प्रधान पर लगाया गया है कि पंचायत में मशरूम उत्पादन केंद्र के निर्माण के लिए आठ लाख 84 हजार 700 रुपये की राशि स्वीकृत हुई और ग्राम पंचायत प्रस्ताव के अनुसार 112/137 व खसरा नंबर 294/2 का अनुबंध किया गया था।
खंड विकास अधिकारी ने ग्राम पंचायत को मशरूम उत्पादन केंद्र निर्माण के लिए सात लाख 54 हजार 700 रुपये की राशि जारी की गई। लेकिन पंचायत प्रधान ने अनुबंध के अनुसार तय कार्यस्थल के बजाय खेवट नंबर 113/111 खतौनी नंबर 135/136 व खसरा नंबर 447/289 पर किया। बहरहाल, प्रशासन ने कारण बताओ नोटिस जारी कर दस दिनों के भीतर जवाब मांगा है। जवाब न मिलने पर एकतरफा कार्रवाई प्रशासन की ओर से की जाएगी।
उपायुक्त विवेक भाटिया ने खबर की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि संबंधित पंचायत प्रधान को नोटिस जारी कर दिया है। इसके साथ ही दस दिनों के भीतर जवाब मांगा है। जवाब न देने पर पंचायत प्रधान के खिलाफ एक तरफा कार्रवाई की जाएगी।
ग्राम पंचायत प्रधान पल्यूर के प्रधान हसनदीन का कहना है कि खेल मैदान में गेहूं उगाने वाले व्यक्ति को नोटिस जारी कर दिया गया है और इस व्यक्ति ने कब्जा भी छोड़ दिया है। इसके साथ ही अपनी फसल को भी नष्ट कर दिया है। दूसरे आरोप को लेकर पंचायत प्रधान ने कहा कि मशरूम उत्पादन केंद्र के निर्माण के लिए जो जगह पहले चयनित की गई थी, के लिए रास्तें की समस्या थी। लोगों की सहूलियत के मद्देनजर सड़क के समीप केंद्र का निर्माण किया गया।