2019 भारत के इतिहास मे अपना विशेष स्थान बना कर विदा हुआ* है। यह वर्ष *राजनैतिक तौर पर अति महत्वपूर्ण* रहा। जहां श्री *नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व मे* भाजपा ने अपने सहयोगी दलों के साथ लोकसभा चुनाव में *दो तिहाई बहुमत के साथ केंद्र सरकार मे वापसी* की है वहीं *महाराष्ट्र और झारखंड जैसे प्रदेशो में गैर भाजपा सरकारे* लौट आई है। ससंद ने कई ऐसे विधेयक पास किये जो देश के लिए अति आवशयक थे और जिनकी चर्चा लम्बे समय तक जारी रहने वाली है।
(1) देश की ससंद ने मुस्लिम समाज मे प्रचलित *तीन तलाक* को *गैर कानूनी घोषित* कर मुस्लिम महिलाओं को राहत प्रदान की।
(2) कश्मीर मे लागू *धारा 370 और 35ए* को *समाप्त* कर जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया। लदाख को जम्मू कश्मीर से अलग कर विधान सभा रहित केन्द्र शासित राज्य बना दिया गया है।स्मरण रहे धारा 370 को समाप्त करना भाजपा के ऐजडे मे जनसंघ के समय से प्राथमिकता पर था।
(3) *नागरिकता संशोधन विधेयक* लाया गया जिसके चलते पकिस्तान, अफगानिस्तान और बंगला देश से प्रताड़ना के कारण भारत मे आए वहां के अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता दी जाएगी।
(4) *देश मे एन पी आर* तैयार करने को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी प्रदान की
(5) बर्षो से लटके *रामजन्म भूमि* विवाद *पर सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिकि निर्णय* आया और राम जन्मभूमि अयोध्या मे राम मंदिर बनने का रास्ता साफ हो गया है
(6) 2019 का अंतिम दिन भी अति महत्वपूर्ण रहा कि *देश को पहला चीफ आॅफ डिफैंस स्टाफ़* मिला। स्मरण रहे सी डी एस परिकल्पना 1999 के कारगिल युद्ध के बाद से हो रही थी। परन्तु 20 वर्ष तक इस पर निर्णय नहीं हो सका था। जिसे वर्तमान केंद्र सरकार ने निर्णय कर पुरा किया है। अब *आज से 2020 शुरू* हो रहा है। जहां आप सबको नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं, वही *देश भी विकास की राह पर* आगे बढ़े ऐसी मेरी कामना है। पिछला वर्ष देश के लिए मंदी का वर्ष के रूप मे भी याद किया जाएगा। सरकार को *यह वर्ष आर्थिक फ्रंट के लिए समर्पित* करना होगा और वह सभी जरूरी पग उठाने होंगे जो मंदी से उभरने के लिए जरूरी है। भारत सरकार के गृह मंत्री और वित्त मंत्री पहले ही इसे अस्थाई बता चुके हैं। 2020 *आर्थिक मंदी के लिए चुनौती* लेकर आया है। जिसे स्वीकार करते हुए हमे इससे निपटना ही होगा। आज इतना ही *कल फिर नई कड़ी के साथ मिलेंगे।
राजनैतिक तौर पर अति महत्वपूर्ण 2019
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