सुनील ठाकुर बिलासपुर आवाज़ जनादेश
एक ओर जहाँ ईद अल अधा की खास रौनक पुरे देश में देखने को मिल रही है तो वहीँ देवभूमि हिमाचल प्रदेश भी इससे अछूता नहीं है. जी हाँ बात करें बिलासपुर की तो यहाँ भी ईद का त्यौहार बड़े ही जोर-शोर से मनाया गया. सबसे पहले मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रौड़ा सेक्टर स्थित जामा मस्जिद जाकर ईद की नमाज अदा की जिसके बाद एक-दुसरे के गले लगाकर ईद की बधाई दी. एक ओर जहाँ इस खास पर्व पर मुस्लिम भाइयों ने देश में अमन-चैन के साथ ही आपसी भाई चारे की कामना की तो साथ ही जम्मू-कश्मीर से धारा-370 और 35ए हटाये जाने का समर्थन करते हुए जम्मू-कश्मीर के हालातों में सुधार के साथ ही शांति और भाईचारा कायम रहने की खुदा से दुआ की है. गौरतलब है की ईद अल अधा को बकरीद ईद भी कहा जाता है और ऐसी मान्यता है की ईब्राहिम अपने बेटे हजरत इस्माइल को अलाह के हुकम पर कुर्बान कर रहे थे की अल्लाह ने उनके सही जज्बे को देखते हुए उनके बेटे को जीवन दान दे दिया था. इस्लामी कैलेंडर के मुताबिक वह दिन धू-अल-हिज्जा महीने की 10 तारीख थी उसी की याद में बकरीद यानि ईद अल अधा का त्यौहार मनाया जाता है, मक्का मदीना में हज की तारीख भी इसी त्यौहार के साथ होती है.
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