आवाज़ जनादेश आनी /चमन शर्मा
अब तक दर्जनों मरीजों की कर चुके सर्जरी……………………
कहते हैं कि परोपकार से बड़ा कोई धर्म नहीं।इसी वाक्य को चरितार्थ कर रहे हैं आनी के दलाश स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत चिकित्सा अधिकारी डॉ, प्रवीण चौहान। जो अस्पताल में सीमित सुविधाएं होते हुए भी मरीजों की सेवा में 24 घण्टे त्तपर हैं।सीएचसी दलाश में पिछले लगभग 4 सालों से बतौर चिकित्सा अधिकारी कार्यरत डॉ,प्रवीण चौहान क्षेत्र के लोगों के लिए एक मसीहा हैं।वे अस्पताल में अब तक करीब 700 पुरूष नसवंदी कर चुके हैं और इसके अलावा दर्जनों गर्भवती महिलाओं की सफल डिलीवरी,30 से अधिक मरीजों की साधारण सर्जरी सहित कई गम्भीर रोगियों को प्राथमिक उपचार के द्वारा जीवनदान दे चुके हैं।डॉ,प्रवीण दलाश अस्पताल में ही ऑर्थो के ऐसे मरीजों का बहुत ही कम खर्च में उपचार कर चुके हैं,जिन्हें आमतौर पर IGMCशिमला अथवा पीजीआई चंडीगढ़ ही जाना पड़ता है।डॉ,प्रवीण बताते हैं कि दलाश अस्पताल में डिजिटल एक्सरे की सुबिधा होने से उन्हें ओर्थों के मरीजों को ठीक करने में बेहद सहायता मिली है।मूलतः विकास खण्ड आनी की प्रगतिशील पंचायत बैहना के गाँव तिहणी के निवासी डॉ,प्रवीण चौहान के छोटे भाई डॉ,पंकज चौहान एक विशेषज्ञ चिकित्सक हैं,जो आईजीएमसी शिमला में अपनी सेवाएं दे रहे हैं,जबकि इनके पिता अमर चन्द चौहान, आनी उपमण्डल मुख्यालय स्थित राजकीय आदर्श जमा दो विद्यालय में एक कर्मठ प्रधानाचार्य के रूप में सेवारत हैं,जबकि इनकी माता उषा चौहान,एक जुझारू पंचायत प्रधान के रूप में क्षेत्र विकास व सामाजिक जागरूकता के प्रति समर्पित हैं।दलाश अस्पताल में कार्यरत डॉ,प्रवीण चौहान की वेहतरीन सेवाएं क्षेत्र के लोगों के लिए वरदान साबित हो ही हैं।क्षेत्र जो ऐसे होनहार और सेवाभावी चिकित्सा अधिकारी पर नाज है।