_
शिमला_राजधानी की स्मार्ट पुलिस ने शहर के एक होटल कारोबारी से 10 करोड़ की फिरौती मांगने के मामले में दो लोगों को पकड़ा है। पुलिस तीन दिन के भीतर इस मामले को सुलझाने का दावा कर रही है। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी बुजुर्ग है और कारोबारी का ही पड़ोसी बताया जा रहा है।
पुलिस का ध्यान भटकाने के लिए इन लोगों ने मुर्गा गैंग का नाम इस्तेमाल किया था। मुख्य आरोपी ने किसी दूसरे व्यक्ति से चिट्ठी लिखवाई और दुकान में काम करने वाले लड़के से पोस्ट करवाई थी। फिलहाल दोनों आरोपियों से सदर थाने में पूछताछ की जा रही है।
शुक्रवार शाम पुलिस ने आरोपियों का मेडिकल करवाया। गौरतलब है कि 22 जुलाई को शहर में एक होटल कारोबारी से स्पीड पोस्ट के जरिये लेटर भेजकर 10 करोड़ की फिरौती की मांग की थी।
पत्र में कारोबारी को धमकाते हए लिखा है कि अगर 10 करोड़ नहीं दिए तो परिवार के सदस्य और बच्चों को जान से मार देंगे। कारोबारी ने पत्र मिलते ही तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पाया कि लेटर मालरोड के मुख्य डाकघर से जारी हुआ था।
यह लेटर 22 तारीख को दोपहर 2 बजकर 12 मिनट पर पोस्ट हुआ था। जांच आगे बढ़ी तो सबकुछ साफ हो गया और आरोपी पकड़े गए। एसपी ओमापति जमवाल ने कहा कि इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी कारोबारी के जानकार हैं और आसपास ही रहते हैं।
अपनी ही गेम में फंस गए आरोपी
कारोबारी से फिरौती की रकम देने के लिए स्वतंत्रता दिवस का दिन 15 अगस्त तय किया था। कारोबारी को मिले इस धमकी भरे पत्र में लिखा था कि रकम देने की जगह के बारे में फोन करके बताई जाएगी। फोन लोकल नंबर से भी किया जा सकता है।
कारोबारी को धमकाते हुए लिखा है कि अगर तय तारीख के मुताबिक पैसे नहीं दिए तो इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा। पुलिस के मुताबिक लेटर लिखने वाले ने अपना पता मुर्गा गैंग, सेक्टर-22 चंडीगढ़ बताया था।
शातिरों ने एक ही पन्ने पर सारी बातें लिखी हुई हैं। कारोबारी को दिया पत्र फोटोस्टेट कॉपी है। जांच में पाया गया कि सोची समझी रणनीति के तहत शातिरों ने लेटर के अंदर वाले कागज और बाहर वाले पन्ने पर अलग-अलग हैंड राइटिंग इस्तेमाल की है।
आरोपियों ने फिरौती पाने के लिए जो गेम खेली वह उसी में फंस गए। आरोपियों ने लेटर स्पीड पोस्ट से भेजकर गलती कर डाली। यह पत्र भेजा भी तो मालरोड के पोस्ट आफिस से।
लिहाजा पुलिस को सारा माजरा समझने में ज्यादा देर नहीं लगी। पुलिस ने मालरोड के आसपास के सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले और कुछ संदिग्धों के फुटेज अपने रिकॉर्ड में लिए। इसके तुरंत बाद आरोपियों की तलाश में शहर के कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी की और पकड़ लिए।
____________