आम नागरिकों की समस्याओं के निदान में जनमंच की अहम भूमिका
आवाज़ जनादेश /धर्मशाला, 07 जुलाई: उद्योग, श्रम एवं रोजगार एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने आज रविवार को शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के दरीणी में आयोजित जनमंच कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जनमंच को समाज के अंतिम व्यक्ति की समस्याओं को सुनने व उन्हें मौके पर हल करने का प्रभावी मंच बताया। उन्होंने कहा कि जनमंच में इतने अधिक लोगों का आना यह दर्शाता है कि प्रदेश सरकार किस तरह से आम आदमी की समस्याओं को उनके घरद्वार पर हल करने के लिए गंभीर है।
जनमंच के दौरान शाहपुर विस क्षेत्र के वोह, रूलेहड, रिड़कमार, भलेड़, कनेाल, कुठारना, करेरी, घीण, भनाला, गोरडा पंचायतों के लोगों ने अपनी-अपनी समस्याएं प्रस्तुत कीं।
उद्योग मंत्री ने कहा कि आम जनमानस की समस्याओं का त्वरित निदान सुनिश्चित करना ही सरकार का प्रमुख ध्येय है। उन्होंने कहा कि जनमंच कार्यक्रम लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है।
बिक्रम ठाकुर ने मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना को युवाओं के लिए वरदान बताया। उन्होंने कहा कि योजना के अन्तर्गत अधिकतम आयु सीमा 35 वर्ष से बढ़ाकर 45 वर्ष कर दी गई है। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत 40 लाख तक की मशीनरी और उपकरण पर महिला उद्यमी को 30 प्रतिशत अनुदान व अन्य को 25 प्रतिशत अनुदान मिलेगा तथा तीन वर्षों तक 5 प्रतिशत ब्याज की दर से अनुदान भी दिया जायेगा। उन्होंने सभी युवाओं से इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने लोगों के कल्याणार्थ अनेक योजनाएं व कार्यक्रम आरंभ किये हैं। उन्होंने लोगों से सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों से पूरी जानकारी लेकर इन योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया।
उद्योग मंत्री ने नई मुहिम ‘‘एक बूटा बेटी के नाम’’ के तहत पौधा रोपा। उन्होंने कहा कि यह बच्चियों की सुरक्षा एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति समाज में संवेदनशीलता बढ़ाने का प्रयास है।
उद्योग मंत्री ने हिमाचल गृहणी सुविधा योजना के तहत 10 पंचायतों के 19 पात्र परिवारों को गैस कुनेकशन वितरित किये।
उन्होंन बेटी है अनमोल योजना के तहत बीपीएल परिवारों की 22 बच्चियों को 2 लाख 40 हजार रुपये की एफडीआर प्रदान की। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 4 पात्र परिवारों को चालीस-चालीस हजार रुपये के चैक वितरित किये। उन्होंने पोषण अभियान के तहत बच्ची को अनाज खिलाकर पोष्ट कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होेंने रेडक्रॉस सोसाइटी की और से दिव्यांग बच्ची शिल्पा को व्हील चेयर भेंट की।
इस अवसर पर स्थानीय विधायक एवं शहरी विकास मंत्री सरवीन चौधरी ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार का प्रयास है कि लोगों की समस्याओं का उनके घरद्वार पर त्वरित और स्थाई समाधान हो और उन्हें सरकारी कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़े। उन्होंने लोगों से अपनी समस्याओं के समाधान और सरकार की योजनाओं का लाभ लेने के लिए जनमंच कार्यक्रम का भरपूर उपयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने लोगों की दुख-तकलीफों को समझ कर उनके पक्के समाधान की व्यवस्था के लिए यह अभिनव कार्यक्रम आरंभ किया है।
शहरी विकास मंत्री ने कहा कि शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए वे तत्पर हैं तथा विधानसभा क्षेत्र को सड़कों से जोड़ने के लिए पूरी निष्ठा से कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उप तहसील दरीणी के भवन के लिए 80 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं तथा इसका कार्य शीघ्र ही शुरू कर दिया जाएगा। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दरीणी में सांइस लैब का निर्माण कार्य भी शीघ्र आरंभ होगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में शहरी आवास योजना के तहत वंचित, गरीब लोगों को आवास सुविधा उपलब्ध करवाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत गांव में पात्र लोगों को गृह निर्माण के लिए उदारता से अनुदान दिया जा रहा है।
दरीणी में आयोजित जनमंच कार्यक्रम के तहत 116 शिकायत पत्र प्राप्त हुए हैं जिसमें प्री-जनमंच के तहत 26 तथा जनमंच कार्यक्रम के दौरान 90 शिकायत पत्र प्राप्त हुए। जनमंच कार्यक्रम के दौरान 70 शिकायत पत्रों का निपटारा किया गया तथा लंबित शिकायतों को दस दिन के भीतर निपटारा करने के निर्देश दिये गये।
जनमंच दिवस पर आयुर्वेद विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिकित्सा शिविर में लोगों की स्वास्थ्य संबंधी जांच की गई। जनमंच केे दौरान विभिन्न विभागों ने स्टॉल लगाकर लोगों को संबंधित योजनाओ की जानकारी दी।
दरीणी में जनमंच आयोजित करने के लिए कार्यक्रम में लाभान्वित हुए लोगों ने प्रदेश सरकार का आभार जताया। उन्होंने हिमाचल सरकार की घरद्वार पर उनकी समस्याओं का त्वरित एवं स्थाई समाधान करने की इस अनूठी पहल की सराहना की और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर व प्रदेश सरकार के प्रति भी आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर एडीसी राघव शर्मा, एएसपी दिनेश कुमार सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तर के अधिकारी एवं पंचायती राज संस्थाओं के जन प्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।