आवाज जनादेश शिमला
जिला कांग्रेस कमेटी शिमला शहरी ने शिमला के खलिनी क्षेत्र झझींड़ी में हुई दर्दनाक स्कूल बस दुर्घटना पर, मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है ।यह जानकारी कमेटी के सचिव दीपक सुंदरियाल ,जिलाध्यक्ष अरुण शर्मा ,पूर्व विधायक हरभजन सिंह भज्जी , पूर्व महापौर आदर्श सूद , पूर्व जिलाध्यक्ष प्रदीप भुजजा , जिला महिला अध्यक्षा तनु चौहान ने जारी संयुक्त ब्यान में हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों की आत्मा की शांति की प्रार्थना की व दुर्घटना में घायल बच्चो के जल्द स्वस्थ होने की कमाना की है ।
जिलाध्यक्ष अरुण शर्मा ने आईजीएमसी हस्पताल पहुँच हादसे में घायल बच्चों का कुशलक्षेम पूछा व परिजनों को हर संभव सहायता को आश्वस्त किया । उन्होने सरकार से अपील की कि घायलों के उपचार व सहायता प्राथमिकता के तौर पर की जाए ।
अरुण शर्मा ने कहा कि छोटे बच्चों का यूं हादसे का शिकार हो जाना बहुत दुखद है , परिजनों की मनोदशा के बारे में सोच कर ही मन व्यथित हो उठता है , भगवान परिजनों को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें ।
अरुण शर्मा ने कहा कि संकरी सड़क पर अवैध तरीके से खड़े वाहनों के बारे में लोगो की बार-बार शिकायत करने के बाद भी पोलिस व प्रशासन ने उनकी सुध नहीं ली ये साफ तौर पर प्रशासन की गैर जिम्मेदारना कार्यप्रणाली दिखाता है ।
अरुण शर्मा ने कहा की भले ही हादसों पर मनुष्य का नियंत्रण नही है परंतु बार बार गलत तरीके से पार्क वाहनों की शिकायत के बावजूद पोलिस प्रशासन का कार्यवाही न करना कई प्रश्न खड़े करता है , क्या शहर के लोगो की ज़िंदगी इतनी सस्ती है की शिकायत के बावजूद भी प्रशासन के कान पर जूं नही रेंगती । आज 2 बच्चो और चालक की मृत्यु के लिए जिला प्रशासन व पोलिस प्रशासन सीधे तौर पर ज़िम्मेवार है , अब क्या खुद पर कार्यवाही की हिम्मत दिखाई जाएगी ?
अरुण शर्मा ने कहा की हिमाचल में आए दिन खराब वाहनों और टूटी सड़कों के कारण हादसे हो रहें हैं परंतु परिवहन मंत्री कुर्सी से चिपके बैठे हैं , मुख्यमंत्री सांत्वना देने के अलावा कुछ निर्णय नही ले पा रहे , ये पूरी तरह से सिस्टम फेलियर है , सरकार का हादसों को रोकने का कोई एक्शन प्लान ही नही है , एक के बाद एक हो रहे हादसे सरकार के दावों की पोल खोल रहें हैं ।
अरुण शर्मा ने कहा की घायलों को हस्पताल पहुचाने आई एंबुलेंस का खराब हो जाना सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का काला सच सामने लाता है ये बेहद शर्मनाक है ।
अरुण शर्मा ने कहा की पोलिस चौड़ी सड़क पर खड़े वाहनों का चालान करने में देर नही लगाती लेकिन खलिनी में शिकायत के बावजूद संकरी सड़कों पर गाडियाँ खड़ी होती रहीं उसके लिए पोलिस के पास क्या जवाब है ? ये साफ तौर पर उनकी ड्यूटी में कौतही बरतना दर्शा रहा है , ऐसे हादसों को रुका जा सकता है यदि जागरूक लोगो की शिकायतों को गंभीरता से लिया जाए , परंतु प्रशासन उन्हे गंभीरता से नही लेता और उसका परिणाम आज इतना भयावह है ।
अरुण शर्मा ने कहा की नियम कानून सबके लिए समान हैं उनको लागू करवाना प्रशासन व सरकार का जिम्मा हैं जहां सरकार पूरी तरह विफल रही है , बिना इन्शोरेंस के ,बिना काग़ज़ों के वाहन सड़कों पर दौड़ रहें है , नौसीखिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट चला रहें है परंतु उनपर कार्यवाही न कर नए हादसों को न्यौता दिया जा रहा है ।
अरुण शर्मा ने कहा की जनता टूटी फूटी बसों में सफर करने को मजबूर हैं और माननीय अपनी लगजरी कारों में ऐश फरमा रहें है , परिवहन मंत्री शायद अभी तक आए आंकड़ों से संतुष्ट नही हैं एक हजार से ऊपर सड़क हादसों के बाद भी उन्हे सब मामूली लग रहा है ये हैरानी भरा है , जिला कांग्रेस कमेटी परिवहन मंत्री से नैतिकता के आधार इस्तीफ देने की मांग करती है ।