आवाज़ जनादेश शिमला— हिमाचल सरकार के संभावित दागी अफसरों की सूची से चार अधिकारी बाहर हो गए हैं। विभागीय जांच में आरोपों की पुष्टि न होने के कारण बेकसूर साबित हुए इन अफसरों को राज्य सरकार ने क्लीन चिट जारी कर दी है। इनमें जिला कृषि अधिकारी मंडी बामदेव शर्मा का नाम शामिल है। इसके अलावा तीन विकास खंडों के बीडीओ भी बेदाग होकर बाहर निकले हैं। इनमें सुशम कुमारी, लोत्तम राम और शशिपाल के नाम शामिल हैं। खास है कि राज्य सरकार ने आरोपों के आधार पर हाई कोर्ट में 66 अधिकारियों की सूची सौंपी है। इनके खिलाफ विभागीय जांच का ब्यौरा भी कोर्ट को भेजा गया है। इससे स्पष्ट हुआ है कि जिला कृषि अधिकारी मंडी बामदेव शर्मा और खंड विकास अधिकारी सुशम कुमारी, लोत्तम राम और शशिपाल के खिलाफ लगाए गए आरोप साबित नहीं हुए हैं। विभागीय जांच में बेकसूर पाए गए इन चारों अधिकारियों की इन्क्वायरी रिपोर्ट पर सरकार ने भी अपनी सहमति प्रदान कर दी है। बताते चलें कि हिमाचल सरकार ने कुल 66 में से 54 अफसरों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की है। इनमें 20 अफसरों के विरुद्ध जांच रिपोर्ट पूरी कर ली गई है और 34 के खिलाफ जांच के मामले विचाराधीन हैं। अन्य 12 मामले विभिन्न अदालतों में विचाराधीन हैं। इसके चलते हाई कोर्ट ने हिमाचल सरकार से 66 अधिकारियों के खिलाफ चल रही जांच रिपोर्ट तलब की थी। इस आधार पर हाई कोर्ट ने विभागीय जांच में शामिल 54 मामलों पर सरकार से चार्ट रिपोर्ट मांगी है। इसमें अलग-अलग केस का विस्तार से ब्यौरा कोर्ट में देने के आदेश पारित किए गए हैं। सूचना के अनुसार हिमाचल सरकार ने विभागीय जांच में शामिल 54 अफसरों के मामलों में से 20 के खिलाफ अपनी जांच रिपोर्ट पूरी कर ली है। इससे स्पष्ट हुआ है कि नौ के विरूद्ध आरोपों की पुष्टि हुई है और छह अधिकारियों को विभागीय जांच में राहत मिली है। इनमें चार अधिकारियों को बेकसूर पाए जाने पर क्लीन चिट मिल गई है। दो अधिकारियों की जांच रिपोर्ट संबंधित अथॉरिटी को फाइनल एक्शन के लिए भेजी गई है। अन्य चार को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है और एक मामले में जांच वापस ली गई है। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार विभागीय जांच में क्लीन चिट दिए जाने के बाद मामला एपीलेट अथॉरिटी को अंतिम कार्रवाई के लिए भेजा जाता है। अथॉरिटी की सहमति पर ही जांच रिपोर्ट को मूर्तरूप दिया जाता है। इस कारण संभावित 66 अफसरों में अभी चार अधिकारी ही पूरी तरह से निर्दोष होकर बाहर निकले हैं।