नगर परिषद झुगियों के लिये नही तलाश पाई जमीन, व्यास नदी ओर सुकेती खड्ड में फैंकी जा रही है गंदगी,नगर परिषद अब पहली जैसी दमदार नही,दिव्यांग मामा भांजा रोज जीते है मौत के आगोश में
मण्डी ब्यूरो / मंडी नगर परिषद की शाख पर अब बट्टा लगता जा रहा है शहर की सबसे बड़ी समस्या इस समय बिन बुलाये मेहमान है जो पंचवक्त्र महादेव की जमीन पर सन 1983 से कुंडली मारे बैठे हुए है इस अवधि में कई नगर परिषद के प्रधान ओर पार्षद आये और गए अब गाज वर्तमान प्रधान ओर पार्षदों के गले की फांश बन गई है फांश तब बनी जब शहर की सबसे बड़ी धार्मिक संस्था वीर मंडल ने झुगी बस्ती को हटाने की ललकार भरी । पंचवक्त्र महादेव परिसर की जमीन पर कुंडली मारे बागड़ू लोग वार्ड नंबर 13 में आते है जबकि विरोध वार्ड नंबर 8-9 के लोगों सहित शहर के अन्य लोगो सहित समाज सेवको ने किया । DC ,SDM नगर परिषद अध्यक्ष सबको लिखित मांग पत्र वीर मंडल ने दिए पर कुछ नही हो सका । नगर परिषद ने झुगियों को हटाने में छोटा सा प्रयास तक नही किया हालांकि नगर परिषद अध्यक्ष सुमन ठाकुर ने दावा भी किया है कि यहाँ से बस्ती को हटा दिया जाएगा जनता की समय की आशाऐ लहरो के पानी की तरह थपेड़े खा रही है । झुगियों को हटाने या कही और बसाने की पहल लगता है अब ठंडे बस्ते में पड़ जाएगी । अगर कोई हलचल झुगियों को हटाने की शुरू हुई होती तो दस्तक जनता के कानों तक गूंज जाती मगर ऐसा कुछ नगर परिषद कर ही नही पाई जिससे जनता को राहत मिल सके । नगर परिषद क्या रणनीति बनाकर झुगियों को उठाएगी यह तो नगर परिषद ही जाने पर इतना साफ हो चुका की झुगियों के रहने वाले कुछ लोगो के कारण कई घर लूट रहे है क्यूंकि झुगियों में इक्का दुक्का लोग मटका सहित नशे का कारोबार कर रहे है । रात के अँधेरे में युवा वर्ग का झुगी के आना जाना लगा रहता है क्या कारण है जो युवाओ का यहां ,,आया राम गया राम,, लगा रहता है । ऐसा नही है कि झुगियों के सभी लोग ऐसे है झुगियों कि महिलाएं रोजमर्रा के कार्यों के साथ व्यापारीक क्रय विक्रय का कार्य भी करती है । बच्चे स्कूल जाते है पर 4 लड़कियां ऐसी भी है जिन्होने 8,9,10वीं के बाद स्कूल इस लिए छोड़ दिया क्युकि घर के सभी सदस्य दिन को काम पर चले जाते है फिर झुगी की रखवाली ओर खाना कोन बनाएगा ।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ,अभियान यहां फीस हो चुका है । इसके अलावा झुगियों में एक जोड़ी मामा ओर भांजा की है जो दिल दहला देती है यह मामा भांजा करीब 25 साल के आस पास के है और दोनों ही अंधे है । आंखों की रोशनी न होने के कारण इनका जीवन कई कठिनाइयों से भरा पड़ा हुआ है मगर प्रशासन सरकारे इन दिनों मामा भांजे की कोई मदद नही कर पाई है सरकार की ओर से मिलने वाली सहायता तक कभी नसीब नही हुई एक छड़ी तक इन अंधे मामा भांजे को नही मिल पाई । असली मदद तो इन मामा भांजे की होनी चाहिए यह दुर्भाग्य है कि आज तक अनदेखी हुई ।दोनो मामा भांजे के साथ किसी प्रकार का हादसा घट जाता है तो सरकारी गाज सबसे ज्यादा नगर परिषद पर ही गिर सकती है जो समय रहते झुगियों को यहां से नही हटा पाई बगल में व्यास नदी है और ऊपर अंधे मामा भांजे की झुगी है, हादसा कभी भी घट सकता है । वीर मंडल प्रशासन दो बार प्रशासन से मिल चुका है नगर परिषद से भी बात हुई अभी तक झुगियों को हटाने में नगर परिषद आगे नही आई । जनता का यह भी मामना है कि नगर परिषद पहले दमदार हुआ करती थी किन्तु इस बार जो नगर परिषद चुनकर आई है उसमें कोई खास दमखम नज़र नही आता है पूर्व में रहे नगर परिषद प्रधान पुष्पराज शर्मा,हेमन्त वैद्य, नीलम शर्मा जैसे कई प्रधान रहे जो जनता के हितों के लिए सरकार से भी टकरा जाते थे । नगर परिषद के अंदर भी 3-4 पार्षद ही ऐसे है जिनका सीधा संवाद जनता के साथ है ओर अपने वार्डो के विकास कार्य मे लगे है जबकि इक्का दुका महिला पार्षद ऐसी भी है जिनकी सूरत देखने को स्थानीय मुहल्ले की जनता तरस गई है । कही बिजली नही तो कही सड़के उखड़ी पड़ी है अब करे तो क्या करें सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है मुहल्लों की समस्याओं का निपटारा हो नही रहा है शहर की समस्याओं के बारे में कौन सोचे अगर सोचा होता तो नगर परिषद के तमाम पार्षद झुगियों को हटाने में लिखित पत्र नगर परिषद अध्यक्ष सहित DC SDM को देते ।आज झुगियों के कुछ लोगों के कारण महिलाओ लड़कियों के साथ छीनाझपटी हो रही है महिलाओ का रात के समय मंदिर आना जाना डर के साये में है । झुगियों के पास सड़क पर नए दिन नए चेहरे देखे जा रहे है कई लोगों की सूरत देखकर ही डर लग जाता है । कूड़ा कचरा उठाने वाले बाहरी प्रांतो के युवक भी रात के समय यहां पर देखे जाते है।नगर परिषद का लचिरापन आने वाले समय मे कही यहां के लोगों पर भारी न पड़ जाए । मंडी DC ऋग्वेद ठाकुर महिलाओ की समस्याओं को देखते हुए झुगियों को कहीं और स्थापित करने में सहयोग करे ताकि यहां शांति बनी रहे । झुगियों के लोग न तो नगर परिषद के कूड़ा कचरा उठाने वाले लोगो को पैसा देते है और न ही सफाई का कोई ध्यान रखते है सड़क हो या हनुमान मंदिर गंदगी फैलाई जाती है रात के अंधेरे में बस्ती का कूड़ा कचरा व्यास नदी और सुकेती खड्ड में फेंक दिया जाता है ,अब नगर परिषद ही बताये स्वच्छता अभियान है कहाँ ?