धर्मशाला- कांगड़ा में स्वयं सहायता समूह बैंक लिंकज कार्यक्रम द्वारा ग्रामीण समृद्धि व महिलाओं का विकास सुनिश्चित करने के लिए ई.शक्ति परियोजना को लागू किया। नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक अरूण खन्ना ने बताया कि स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को ई.शक्ति परियोजना के साथ जुड़ने से भारत सरकार की डिजिटल इंडिया मुहिम को बढ़ावा मिलेगा। इस परियोजना से जहां महिलाओं को लाभ मिलेगा वहीं उनके परिवार की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी। इस दौरान सभी बैंकर्स को भवारना गांव में तीन स्वयं सहायता समूहों के साथ मिलकर क्षेत्रीय भ्रमण करवायाए ताकि बैंकर्स फील्ड में उनके किये गये काम का अवलोकन कर सकें। उन्होंने बताया कि कांगड़ा के लिए यह गौरव की बात है कि नाबार्ड महिलाओं को आगे बढ़ने में हर संभव सहयोग कर रहा है। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं अब डिजिटल रूप में अपने खाते का अनुरक्षण कर सकेंगी। उन्होंने बताया कि कार्यकर्ताओं को सही ढंग से प्रशिक्षण प्राप्त करने एवं वास्तविक सूचनाओं संग्रहित करने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि जिला कांगड़ा में इस परियोजना को पूरा करने का दायित्व कॉर्ड व ग्रमाण सेवा आश्रम को दिया गया है। सहायक महाप्रबंधक बीएस बिष्ट ने बताया स्वयं सहायता समूह आंदोलन की महिलाएं अब पैन कागज में नहीं, बल्कि डिजिटल रूप में अपने खातों का रख.रखाव करेगी। उन्होंने बताया कि नाबार्ड ने इस परियोजना को देश भर के 100 जिलों में लागू करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने बताया कि सभी स्वयं सहायता समूहों का इस परियोजना के साथ जुड़ने के उपरांत स्वयं सहायता समूहों का डाटा एक पोर्टल पर उपलब्ध रहेगा। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक ने गत दो दिन की कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में 52 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस परियोजना का शुभारंभ मुख्य महाप्रबंधक नाबार्ड क्षेत्रीय कार्यालय पंजाब नैशनल बैंक किशन सिंह ने किया।